
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में शुक्रवार को दिनदहाड़े जेल से चार कैदी फरार हो गए. भागने वाले चारों कैदी कुख्यात नक्सली थे. लिहाजा पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. लेकिन पुलिस ने नाकेबंदी कर भगोड़े कैदियों को दोबारा पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि चारों कैदी नक्सली हैं और संगीन जुर्म की एवज में सजा काट रहे थे. जैसे ही इन कैदियों के भागने की सूचना पुलिस को मिली, पूरा पुलिस महकमा हरकत में आ गया. पुलिस की सक्रियता के चलते कुख्यात कैदी भागने में नाकामयाब हो गए और पुलिस ने उन्हें धर दबोचा.
चारों नक्सलियों के पकड़े जाने के बाद पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली. बताते चलें कि दंतेवाड़ा जेल से कैदियों के भागने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले 16 दिसंबर 2007 को इस जेल से 300 कैदी भाग निकले थे. उस समय 150 नक्सलियों और उनके समर्थकों सहित 300 से ज्यादा कैदी जेलकर्मियों पर हमला कर फरार हो गए थे.
उस घटना से देश भर में दंतेवाड़ा जेल प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी. पुलिस प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए थे. इसके बाद दोबारा इन चार कैदियों के भागने की घटना ने जेल में सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई है.