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ट्रेन का इंतजार कर रहे युवक को पुलिसवालों ने ही लूटा

चेन्नई में रक्षक के भक्षक बन जाने की बात उस वक्त सही साबित हुई, जब एक रेलवे स्टेशन पर तीन पुलिसकर्मियों ने मिलकर एक युवक के साथ लूट की वारदात को अंजाम दे डाला. आरोपी पुलिसवालों ने युवक के साथ मारपीट भी की. पीड़ित ने घटना की शिकायत रेलवे पुलिस थाने में की. जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस मामले की छानबीन कर रही है पुलिस मामले की छानबीन कर रही है
परवेज़ सागर/प्रमोद माधव
  • चेन्नई,
  • 11 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 4:14 PM IST

चेन्नई में रक्षक के भक्षक बन जाने की बात उस वक्त सही साबित हुई, जब एक रेलवे स्टेशन पर तीन पुलिसकर्मियों ने मिलकर एक युवक के साथ लूट की वारदात को अंजाम दे डाला. आरोपी पुलिसवालों ने युवक के साथ मारपीट भी की. पीड़ित ने घटना की शिकायत रेलवे पुलिस थाने में की. जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

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मामला चेन्नई के सेंट्रल रेलवे स्टेशन का है. बिहार निवासी 23 वर्षीय बिरेन्द्र ट्रेन के इंतजार में स्टेशन के वेटिंग रूम में बैठा था. तभी वहां चेकिंग के लिए तीन पुलिसकर्मी आए. उन्होंने बिरेन्द्र से उसकी पहचान के लिए कागजात मांगे. पीड़ित ने जब अपना पहचान पत्र दिखाया तो उसमें बिहार का पता लिखा था.

आरोप है कि बिहार का निवासी होने की वजह से पुलिसकर्मियों ने उसे पीटना शुरू कर दिया और बाद में वे पीड़ित की घड़ी, मोबाइल और कुछ पैसे लेकर वहां से फरार हो गए. पीड़ित ने इस बात की सूचना रेलवे पुलिस थाने को दी.पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर इस मामले की जांच शुरू की. जांच में तीनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए, जिसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया.

आरोपी पुलिसकर्मियों की पहचान रामकृष्णन, अरुल राज और इरुधाराज के रूप में हुई है. तीनों तमिलनाडु स्पेशल फोर्स की ई बटालियन में कार्यरत थे. फिलहाल उन्हें नौकरी से निलंबित कर दिया गया है. तीनों एक साल तक कोई भी सरकारी नौकरी नहीं कर पाएंगे.

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