
छत्तीसगढ़ सेक्स सीडी कांड की जांच अब सीबीआई करेगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पुलिस से संपर्क कर अब तक हुई जांच का पूरा ब्यौरा मांगा है. इस मामले की जांच अभी तक छत्तीसगढ़ पुलिस की एसआईटी कर रही थी.
सूबे के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कथित सेक्स सीडी कांड मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा केंद्र को भेजी थी. अब इसकी मंजूरी मिल गई है. केंद्र सरकार ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. राज्य सरकार को इसकी सूचना भी दे दी गई है.
सीबीआई के अफसर प्रारंभिक रूप से जांच के लिए अपने बिन्दु खुद तय कर रहे हैं. हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने छह बिन्दु निर्धारित कर उन्हीं पर जांच की सिफारिश की थी. इन बिन्दुओं पर जांच पुलिस द्वारा गठित एसआईटी ने भी की है.
लिहाजा इस मामले की तफ्तीश सीबीआई कहां से करेगी इस पर सब की निगाहें लगी हुई हैं. एसआईटी के साक्ष्य के आधार मामले की विवेचना में सीबीआई के लिए सहायक हो सकते हैं, लेकिन अंतिम नहीं. सीबीआई के अफसर केस डायरी को पलट रहे हैं.
राज्य के PWD मंत्री राजेश मूणत के कथित सेक्स सीडी मामले में अब तक दो एफआईआर दर्ज की गई हैं. पहली FIR पंडरी थाने में बीजेपी नेता प्रकाश बजाज ने दर्ज कराई थी. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि अज्ञात व्यक्ति कथित सीडी के बहाने ब्लैकमेल कर रहा है.
शिकायत के आधार पर ही छत्तीसगढ़ पुलिस ने विवेचना के दौरान ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी.FIR दर्ज होने के चंद घंटो में गाजियाबाद से वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को हिरासत में लिया था. इसके बाद मंत्री खुद सामने आए और सीडी में नहीं होने का ऐलान किया था.
दूसरी FIR राजेश मूणत ने विनोद वर्मा और भूपेश बघेल के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत दर्ज कराई थी. इसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल पर यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने अपने घर से सीडी का वितरण किया है. राजनैतिक बवाल के बाद रमन सरकार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी थी.