Advertisement

बढ़ेगी दाती महाराज की मुसीबत, CBI जांच की मांग वाली याचिका दायर

याचिकाकर्ता का तर्क है कि दाती महाराज के फतेहपुर बेरी स्थित शनिधाम मंदिर में कई राजनेता और ऊंचे ओहदे वाले सरकारी अधिकारी आते-जाते रहे हैं. ऐसे में ये लोग केस की जांच को प्रभावित कर सकते हैं.

Daati maharaj rape case: उठी सीबीआई जांच की मांग Daati maharaj rape case: उठी सीबीआई जांच की मांग
आशुतोष कुमार मौर्य/पूनम शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 03 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 9:39 AM IST

अपनी ही शिष्या से रेप के आरोप में फंसे जाने-माने ज्योतिषाचार्य दाती महाराज की मुसीबतें थमती नहीं लग रही हैं. अब उनके खिलाफ लगे रेप के आरोपों की जांच CBI से करवाए जाने की मांग उठी है. एक NGO ने इस संबंध में दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाए जाने की अपील की है.

Advertisement

जानकारी के मुताबिक, यह याचिका दिल्ली सिटिजन फोरम नाम के एनजीओ ने दायर की है. याचिकाकर्ता का तर्क है कि दाती महाराज के फतेहपुर बेरी स्थित शनिधाम मंदिर में कई राजनेता और ऊंचे ओहदे वाले सरकारी अधिकारी आते-जाते रहे हैं. ऐसे में ये लोग केस की जांच को प्रभावित कर सकते हैं.

याचिकाकर्ता का आरोप है कि मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच अब तक केस में कुछ ठोस सबूत नहीं जुटा पाई है. ऐसे में उन्हें आशंका है कि पुलिस दाती महाराज को बचाने का प्रयास कर रही है. इस मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध रही हैस क्योंकि महिला द्वारा शिकायत करने के चार दिन बाद पुलिस ने FIR दर्ज की थी.

इससे पहले दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच कई बार दाती महाराज से घंटों पूछताछ कर चुकी है. साकेत कोर्ट ने भी बलात्कार के आरोपों से घिरे दाती महाराज के खिलाफ सर्च वारंट जारी कर दिया था. पुलिस ने दाती महाराज के दिल्ली और राजस्थान के पाली स्थित आश्रमों में कई बार छापेमारी की और पुलिस को पाली स्थित आश्रम से कुछ संदिग्ध चीजें भी मिली हैं.

Advertisement

रेप का आरोप लगने के बाद दाती महाराज का रवैया भी शक पैदा करने वाला रहा. क्योंकि FIR दर्ज होने और पुलिस तथा कोर्ट द्वारा कई बार समन भेजने के बावजूद वह लंबे समय तक फरार रहे. इस बीच वह लगातार मीडिया को तो बयान देते रहे, लेकिन न तो पुलिस के सामने हाजिर हुए और न ही कोर्ट के सामने.

हालांकि अब दाती महाराज आखिरकार क्राइम ब्रांच के सामने हाजिर भी हो गए हैं और पूछताछ में सहयोग भी देने लगे हैं. दाती महाराज का आरोप है कि उनके कुछ अन्य शिष्यों, जो आश्रम का कामकाज भी देखते रहे हैं, उनके बीच आर्थिक लेन-देने में विवाद के चलते उन पर यह झूठा आरोप लगाया गया है.

दाती महाराज के पाली स्थित आश्रम में रहने वाली उनकी अन्य शिष्याओं के भी बयान दर्ज किए गए हैं. इस बीच पाली आश्रम की जांच करने पहुंची राजस्थान महिला आयोग की टीम को आश्रम के अंदर चल रहे स्कूल-कॉलेज में ढेरों अनियमितताएं मिलीं.

राज्य महिला आयोग का कहना है कि न तो स्कूल-कॉलेज के रजिस्ट्रेशन को कई सालों से रीन्यू करवाया गया है और न ही स्कूल-कॉलेज के हॉस्टल में रह रही छात्राओं के सही रिकॉर्ड रखे गए हैं.

बता दें कि इसी साल 11 जून को पीड़ित महिला ने दाती महाराज पर रेस का केस दर्ज कराया. पीड़िता का आरोप है कि करीब दो साल पहले दाती महाराज ने उसके साथ दिल्ली के आश्रम में स्थित मंदिर के अंदर और पाली स्थित आश्रम में भी रेप की वारदात को अंजाम दिया था. पीड़िता ने दाती महाराज के आलावा उसके तीन अन्य शिष्यों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement