
मध्य प्रदेश के चंबल इलाके में इजराइल की मदद से भारत सेना के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक हथियार तैयार किए जा रहे हैं. भारतीय सेना के लिए यह काम भिंड इलाके के मालनपुर इंडस्ट्रियल एरिया में किया जा रहा है. खास बात ये है कि इन हथियारों का इस्तेमाल सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी किया था.
रिपोर्ट अनुसार, पिछले साल जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक की थी, उस समय सेना ने इजराइल की मदद से बने हथियारों का ही इस्तेमाल किया था. अब वही आधुनिक हथियारों का जखीरा भारत के चंबल के भिंड इलाके में पुंज लॉयड फैक्ट्री में तैयार किया जा रहा है. इजरायली वैपन कंपनी के साथ पुंज लॉयड ने समझौता किया है, जिसका प्रोडक्शन मई में शुरू हो चुका है.
सूत्रों के मुताबिक, मालनपुर इलाके की इस फैक्ट्री में कई अलग-अलग किस्म के हथियार तैयार किए जाएंगे, जिनमें तैवोर-21 आसौल्ट लाइट मशीन गन्स, गलील स्नाइपर रायफल और एक्स-95 जैसे बेहद उम्दा और खतरनाक हथियार शामिल होंगे. ये सभी हथियार केवल आर्मी की स्पेशल फोर्स के लिए ही नहीं बल्कि एयरफोर्स और नेवी की जरूरत के मुताबिक तैयार किए जा रहे हैं.
इन हथियारों को बनाने के लिए मालनपुर की फैक्ट्री ठीक इजरायल की राजधानी तेल अबीब में मौजूद फैक्ट्री की तरह बनाई गई है. इन सभी खतरनाक हथियारों का परीक्षण भी इसी फैक्ट्री में ही किया जाएगा. यहां पर फायरिंग रेंज भी तैयार की गई है. इन सभी हथियारों को आम लोगों की पहुंच से बहुत दूर रखा जायगा. इस इलाके के आस-पास की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है.
ये है इन हथियारों की खासियत-
तैवोर-21
इसकी खासियत है इसका 550 लम्बा निशाना और यह लगातार एक मिनट 650 राउंड फायर कर सकती है.
गालील असाल्ट राइफल
इस गन से 750 मीटर तक निशाना बड़े आराम से लगाया जा सकता है. यह गन बेहद खतरनाक मानी जाती है.
नेगेव लाइट मशीन गन
इस गन की खासियत है इसकी 1 किलोमीटर तक की मारक क्षमता और यह एक मिनट में 1000 राउंड फायर कर सकती है.
एक्स-95
ये साइज़ में छोटी मगर 1 किलोमीटर तक निशाना लगाने में सक्षम गन है. जो एक मिनट में 950 राउंड फायर कर सकती है.