
दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस की मदद से जीबी रोड से एक लड़की को रेस्क्यू किया है. गुरुवार 8 अगस्त को कोलकाता के एक शख्स ने दिल्ली महिला आयोग में एक शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें उसने बताया था की उसकी 27 वर्षीय बहन, रानी (परिवर्तित नाम) को पहले कोलकाता से बेहतर नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाया गया और फिर यहां लाकर जीबी रोड के एक कोठे पर उसे बेच दिया गया.
पीड़ित महिला के भाई ने आयोग को जानकारी देते हुए बताया कि उसकी बहन कोलकाता में एक बड़ी कंपनी में काम कर रही थी. करीब 2 महीने पहले एक आदमी ने रानी को बेहतर नौकरी दिलाने का भरोसा देकर अपने साथ दिल्ली ले आया. मगर दिल्ली आने के बाद रानी ने घरवालों को फोन नही किया. उसका फोन भी पहुंच से बाहर हो गया. इसके बाद परिवार वालों ने कोलकाता में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाकर लड़की की तलाश शुरू कर दी. लेकिन रानी का पता लगा पाने में कोई कामयाबी हासिल नही हुई.
इस बीच पीड़िता के भाई को एक अज्ञात व्यक्ति का फोन कॉल आया. जिसमें कॉलर ने बताया कि उसकी बहन दिल्ली के जीबी रोड स्थित एक कोठे में है. ये सुनकर रानी के भाई के पैरों तले जमीन खिसक गई, वो तुरंत दिल्ली आया और करोलबाग में उस आदमी से मिला जिसने कॉल किया था. वह आदमी भी बंगाली था और उसने बताया कि वह एक ग्राहक के रूप में जीबी रोड पर गया था. जहां उसकी बहन ने उसे वहां से निकालने के लिए विनती की और अपने भाई तक बात पहुंचाने के लिए भाई का फोन नंबर दिया.
उस व्यक्ति की मदद से लड़की का भाई खुद ग्राहक बनकर जीबी रोड के कोठे पर गया और वहां उसने देखा कि उसकी बहन को देह व्यापार में धकेल दिया गया है. वह किसी तरह रानी से बात करने में सफल रहा. वहीं रानी भाई को देख उसे बचाने की गुहार की. पीड़िता ने भाई को बताया की एक व्यक्ति ने उसको जीबी रोड पर बेच दिया था. रानी के भाई ने तुरंत दिल्ली महिला आयोग से संपर्क किया और पूरी घटना आयोग को बताई.
दिल्ली महिला आयोग की सदस्य किरण नेगी ने तुरंत एक टीम का गठन किया और उन्हें लड़की के भाई के साथ जीबी रोड भेजा. आयोग की टीम दिल्ली पुलिस के साथ कोठा नंबर 68 पर गई जहां से लड़की को रेस्क्यू किया गया. पीड़ित लड़की को कमला मार्केट थाने लाया गया जहां उसके बयान पर एफआईआर दर्ज की गई.
पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि कोलकाता में उसकी मुलाकात ज्योत्सना नाम की एक महिला से हुई जो उसकी दोस्त बन गई. दो महीने पहले ज्योत्सना ने उसे रमजान नाम के एक आदमी से मिलवाया. रमजान ने उसे दिल्ली में एक बेहतर नौकरी दिलवाने का भरोसा दिया.
इसके बाद वह रमजान के साथ दिल्ली आ गई. जिसके बाद रमजान ने उसे जीबी रोड लाकर एक कोठे पर बेच दिया. जहां उससे जबरन देह व्यापार करवाया जाता था. उसने बताया कि उसके साथ रोजाना 15-20 लोग बलात्कार करते थे. एक दिन एक बंगाली बोलने वाला ग्राहक उसके पास आया. जिसको रानी ने अपनी आपबीती सुनाई और मदद मांगते हुए अपने भाई का फोन नम्बर दिया और उसे अपने परिवार को सूचित करने के लिए कहा.
वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाती मालीवाल ने इस मामले पर कहा, “दिल्ली में जीबी रोड के कोठों के रूप में एक टाइम बम रखा हुआ है. अगर लोगों को लगता है कि यह उन पर इसका असर नहीं होगा, तो यह सच नहीं है. जीबी रोड पर बेची गई यह लड़की एक ग्रेजुएट लड़की है जो कि एक निजी कंपनी में काम कर रही थी. उसका दर्द भयावह है. पुलिस यह सुनिश्चित करे कि इस मामले में सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जाए. यह समय है कि सभी एजेंसियां एक साथ आएं और जीबी रोड स्थित कोठों को बंद करें. वहां की महिलाओं का ठीक से पुनर्वास करने की आवश्यकता है क्योंकि वे मानव तस्करी और जघन्य अपराधों की शिकार हैं."
इस पूरे मामले पर कमला मार्केट थाने में आईपीसी की धारा 370/376/109/34 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कोठा प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है.