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बुराड़ी कांड: मृत भाइयों की बहन बोली- यह आत्महत्या नहीं हत्या है

सुजाता का कहना है कि उनकी मां और दोनों भाइयों का परिवार धार्मिक जरूर था, लेकिन किसी बाबा के चक्कर में नहीं था और न ही अंधविश्वासी था.

dehi burari mysterious family suicide: हत्या या आत्महत्या? dehi burari mysterious family suicide: हत्या या आत्महत्या?
आशुतोष कुमार मौर्य
  • नई दिल्ली,
  • 02 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 6:22 PM IST

पूरे देश को सन्न कर देने वाले बुराड़ी कांड में अब तक की जांच में जहां धर्मांधता के चलते सामूहिक आत्महत्या की बातें कही जा रही हैं, वहीं परिवार की एक सदस्य सामने आई हैं और उनका कहना है कि यह हत्या का मामला है. बुराड़ी कांड में मृत परिवार की सबसे बुजुर्ग सदस्य 77 वर्षीय नारायणी की बेटी सुजाता का कहना है कि उनकी मां और दोनों भाई किसी बाबा के चक्कर में नहीं फंसे थे और यह तंत्र-मंत्र या धार्मिक अंधविश्वास का मामला नहीं है, बल्कि किसी ने उन सभी की हत्या की है.

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सुजाता का कहना है कि उनकी मां और दोनों भाइयों का परिवार धार्मिक जरूर था, लेकिन किसी बाबा के चक्कर में नहीं था और न ही अंधविश्वासी था. सुजाता का कहना है कि कुछ ही दिन पहले उनकी भतीजी की सगाई हुई थी और घर में शादी की खुशियां फैली हुई थीं, ऐसे में भला कोई आत्महत्या कैसे कर सकता है.

उन्होंने कहा कि घर के सारे दरवाजे खुले हुए थे, ऐसे में हत्या का शक पैदा होता है. पुलिस को ठीक से इस मामले की जांच करनी चाहिए. सुजाता ने बताया कि उनका परिवार किसी तांत्रिक के संपर्क में नहीं था और पूरा परिवार हनुमान जी का भक्त था.

पढ़ें मौत के रजिस्टर का एक-एक पन्ना

बता दें कि बुराड़ी कांड को लेकर पुलिस को घर के अंदर बने मंदिर के बगल से दो रजिस्टर बरामद हुए हैं, जिनमें रहस्यमयी धार्मिक, आध्यात्मिक, तंत्र-मंत्र और मोक्ष से जुड़ी बातें लिखी हुई हैं. पुलिस का कहना है कि रजिस्टर में मौत की तारीख और मौत का पूरा तरीका लिखा हुआ है और उसी तारीख को परिवार के सभी सदस्यों की मौत भी हुई.

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इतना ही नहीं परिवार के सभी सदस्यों की मौत का तरीका भी वही है, जैसा कि रजिस्टर में लिखा हुआ है. यहां तक कि रजिस्टर में यह भी लिखा हुआ है कि कौन कहां लटककर जान देगा.

11 मौतों के पीछे 11 पाइपों का रहस्य!

लेकिन मृत भाइयों ललित और भूपी की बहन सुजाता का कहना है कि घर में पांच छोटे बच्चे थे, आखिर सभी ने मरने की बात एकसाथ कैसे मान ली. फिर उनका परिवार धार्मिक था, दूसरे की मदद करने वाला था, परिवार में आपस में किसी तरह का कलह नहीं था और सगाई के बाद पूरे परिवार में खुशियों का माहौल था. ऐसे में भला कोई आत्महत्या क्यों करेगा?

करणी सेना भी कूदी

इस बीच करणी सेना भी इस सनसनीखेज मौतकांड में कूद गई  है. करणी सेना के कार्यकर्ता सोमवार को बुराड़ी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और धरना प्रदर्शन किया. करणी सेना ने इसे हत्या का मामला बताते हुए पूरी वारदात की जांच CBI से करवाए जाने की मांग की है. साथ ही करणी सेना ने कहा है कि जब तक अपराधी पकड़े नहीं जाते, तब तक वे आंदोलन करते रहेंगे.

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