
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो एडमिशन कराने और फर्जी डिग्री बनाने का काम करता था. पुलिस ने इस रैकेट के चार शातिर सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके कब्जे से कई सौ फर्जी मार्कशीट और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
पुलिस को शिकायत मिली थी कि दिल्ली के देवली इलाके में एक गैंग दसवीं, बारहवीं, बीए, बीकॉम, एमकॉम, बीएड, पीएचडी के साथ-साथ एमबीबीएस और इंजीनयरिंग की फर्जी डिग्री देने का काम कर रहा है. पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की और शिकायत को सही पाया.
इसके बाद पुलिस ने देवली में छापा मारकर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास करीब 250 मार्कशीट भी बरामद की गई हैं. ये शातिर अलग-अलग शहरों में अपने शिकार तलाशते थे. खासकर ग्रामिण इलाकों पर इनकी नजर रहा करती थी.
गैंग के सभी शातिर सदस्य पहले एजुकेशन सेंटर में काम करते थे. बाद में उन्होंने यह फर्जीवाड़ा शुरु कर दिया. इनका नेटवर्क कई बड़े कॉलेजों और विश्वविद्यालयों तक फैला हुआ था.
पुलिस के हत्थे चढ़े लोग चारों लोगों का संबंध दिल्ली, भागलपुर, रोहतक और पंजाब से है. ये शातिर आरोपी फोन और whatsaap के जरिए अपने शिकार को जाल में फंसाने का काम करते थे.
पुलिस को पता चला कि आरोपियों ने सीबीएससी की तरह ही आईसीएससी बोर्ड की एक फर्जी बेवसाइट भी बना रखी थी. फर्जी मार्कशीट बनाने के बाद ये उसे वेबसाइट पर अपलोड भी कर देते थे. ताकि किसी को शक न हो. पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है.