
हरियाणा पुलिस ने दिल्ली से सटे फरीदाबाद में बिहार के एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस के मुताबिक इस हत्याकांड में अभी उन्होंने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, हालांकि मुख्य आरोपी सहित करीब 6 आरोपी अभी भी फरार हैं. पुलिस ने कहा कि फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
पुलिस की गिरफ्त में वही हत्यारे हैं, जिन्होंने पटना के एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर शव को सूरजकुंड पाली रोड के जंगलों में फेंककर फरार हो गए थे. फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने इन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि बीते 29 नवम्बर की रात को पटना के रहने वाले प्रवीण विश्वकर्मा को पेमेंट का भुगतान करने के बहाने फरीदाबाद बुलाया था.
आरोपियों ने बहाने से फरीदाबाद बुलाकर बिहार के प्रॉपर्टी डीलर प्रवीण को गोली मारकर जंगल में अधमरी अवस्था में फेंक दिया था. पुलिस ने बताया कि मृतक प्रवीण का मुख्य साजिशकर्ता वरुण कुमार पर लगभग 1.5 करोड़ रुपए बकाया था. यही बकाया राशि लौटाने के बहाने वरुण ने प्रवीण को पटना से फरीदाबाद बुलाया था. उसने बाकायदा प्रवीण को दिल्ली का एयर टिकट भी भेजा था.
प्रवीण जब फरीदाबाद में वरुण के पास पहुंचा तो वरुण ने अपने दो बाउंसरों की मदद से पहले तो प्रवीण कुमार की जबरदस्त पिटाई की और उसके बाद फरीदाबाद के सूरजकुंड पाली रोड से लगी पहाड़ियों की ओर ले गए. वहां उन्होंने प्रवीण को गोली मार दी. वे प्रवीण को जंगल में मरा समझ छोड़ गए थे.
पुलिस अभी हत्या के मास्टरमाइंड वरुण सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात पुलिस हिरासत में आरोपियों को हंसता हुआ देखकर होगी. पुलिस हिरासत में आरोपियों का जो वीडियो सामने आया है, उसमें आरोपी हंसते हुए नजर आ रहे हैं. उनके साथ पुलिस भी हंसती नजर आ रही है.
बताते चलें कि इस मामले में फरीदाबाद पुलिस पर लापरवाही बरतने के भी आरोप लगे थे. प्रवीण ने गोली लगने के बाद घायल अवस्था में पुलिस और पटना में अपने एक मित्र को फोन कर बचाने की गुहार लगाई. लेकिन फरीदाबाद पुलिस की तरफ से उसे कोई मदद नहीं मिली थी.
मृतक के साले रंजीत कुमार ने आरोप लगाया था कि अगर समय पर पुलिस मदद मिल जाती तो प्रवीण की जान बचाई जा सकती थी . मृतक के परिजनों ने भी आरोप लगाया था कि फरीदाबाद पहुंचने के बाद वे फरीदाबाद पुलिस को जंगल की लोकेशन बताते रहे, लेकिन पुलिस उन्हें 6 घंटे तक बरगलाती रही.
अब पुलिस की हिरासत में आरोपियों का इस तरह हंसना और साथ में पुलिस वालों का भी हंसने में उनका साथ देना, उनकी लापरवाही को उजागर कर रहा है. पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर भले अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि अब तक पुलिस मुख्य साजिशकर्ता वरुण को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.