
दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एक दिन पहले पार्क में अपनी प्रेमिका के साथ घूमने आए शख्स की झपटमारी का विरोध करने पर हत्या किए जाने की घटना में हैरतअंगेज खुलासा हुआ है. पुलिस ने प्रेमी की हत्या में शामिल चार शातिर झपटमारों को गिरफ्तार कर लिया है.
पूछताछ के दौरान पता चला कि तुगलकाबाद पार्क में लूटपाट की साजिश सुरेंद्र नाम के बदमाश ने रची थी. दरअसल वह अपनी पत्नी को उसके जन्मदिन पर झुमका देने का वादा कर चुका था और इसी वादे को निभाने के लिए उसने झपटमारी की योजना बनाई.
सुरेंद्र की पत्नी का दो दिन बाद जन्मदिन है. सुरेंद्र ने लूटपाट की योजना में अपने तीन साथी बदमाशों को भी शामिल कर लिया. वे तुगलकाबाद पार्क में पहुंचे और तुगलकाबाद फोर्ट के पीछे जा रहे एक प्रेमी युगल को देख उनके पीछे लग लिए.
बदमाशों ने प्रेमी युगल को घेर लिया और सूरेंद्र ने ही सबसे पहले लड़की के नाक और कान से जेवर झपटे , फिर मोबाइल और पर्स भी छीन लिया. सुरेंद्र जब नरेश नाम के लड़के का पर्स छीनने लगा तो उसने विरोध किया. इस पर सुरेश ने नरेश के सीने में चाकू घोंप दिया.
पुलिस ने सोमवार को चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया और पुलिस के मुताबिक पकड़ में आए इन चार बदमाशों ने ही 13 जनवरी की रात मंकी पार्क के पास युवक की चाकू मार कर हत्या की थी.
पुलिस को कत्ल की जानकारी मंकी पार्क के गार्ड ने फोन करके दी थी. पुलिस जब मौके पर पहुंची तब तक नरेश नाम के 23 साल के लड़के की मौत हो चुकी थी. वारदात के वक्त उसके साथ मौजूद उसकी प्रेमिका ने पुलिस को बताया कि वह नरेश के साथ मंकी पार्क घूमने आई थी.
इसके बाद दोनों पार्क से होते हुए तुगलकाबाद किले के पीछे के जंगल की तरफ गए. अभी वे वहां बैठे ही थे कि चार लड़कों ने उन्हें घेर लिया. चार में से तीन ने चाकू ले रखा था. उन सबने लड़की के नाक और कान से सोने के जेवर उतार लिए और दोनों के फोन छीन लिए.
नरेश ने जब विरोध करना चाहा तो बदमाशों ने उसे चाकू मार दिया और भाग निकले. पुलिस ने फिर बदमाशों के डोजियर से फोटो निकाली और लड़की को दिखाया. लड़की ने उनमें से दो पर शक जताया.
बस इसी लीड पर पुलिस ने रात पर छापेमारी की और सुरेंद्र नाम के एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया. पहले तो सुरेंद्र ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपने तीन साथियों के नाम भी बताए और कत्ल की वजह भी साफ कर दी.
सुरेंद्र के नाम बताने के बाद पुलिस ने बाकी तीन आरपियों, संजय, पवन और रामबाबू को भी गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके पास से चाकू और लूट के सामान भी बरामद कर लिए हैं.
इन सबने पुलिस को बताया कि संजय अभी लूट के केस में जेल से छूटकर आया था और उसे अपने वकील को पैसे देने थे, जबकि सुरेंद्र ने अपनी पत्नी को कान के झुमके देने का वादा किया था.