Advertisement

हनीप्रीत की तलाश जारी, दिल्ली के ठिकाने पर आने की आशंका

दिल्ली हाइकोर्ट से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद हनीप्रीत की मुश्किलें बढ़ गई हैं. हनीप्रीत अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. हालांकि, उसके वकील ने 25 सितंबर को हनीप्रीत के दिल्ली में होने का दावा भी किया है. इस मामले में पुलिस ने ग्रेटर कैलाश के एक बंगले पर भी दबिश दी थी, लेकिन वहां से कोई सुराग हाथ नहीं लगा.

पुलिस ने हनी की तलाश में दिल्ली के एक बंगले पर भी दबिश दी थी पुलिस ने हनी की तलाश में दिल्ली के एक बंगले पर भी दबिश दी थी
परवेज़ सागर/पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:18 PM IST

दिल्ली हाइकोर्ट से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद हनीप्रीत की मुश्किलें बढ़ गई हैं. हनीप्रीत अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. हालांकि, उसके वकील ने 25 सितंबर को हनीप्रीत के दिल्ली में होने का दावा भी किया है. इस मामले में पुलिस ने ग्रेटर कैलाश के एक बंगले पर भी दबिश दी थी, लेकिन वहां से कोई सुराग हाथ नहीं लगा.

Advertisement

बीते बुधवार की सुबह ग्रेटर कैलाश की A9 नंबर कोठी में हलचल बेहद कम थी. इस कोठी में अक्सर हनीप्रीत राम रहीम के साथ आती थी. दरअसल, वहां एक ऑटो आकर रुका. ऑटो चालक लगभग 2 घंटे कोठी के अंदर रहा. जब वह बाहर आया तो उसके हाथ में कूकर के दो बॉक्स नजर आए. बाहर निकलते ही जब उससे सवाल पूछे गए तो वह घबरा गया.

जब ऑटो चालक से पूछा गया कि क्या वह अक्सर यहां आता है? क्या वह हनीप्रीत को जानता है? ऑटो चालक कैमरे से डरते हुए इन सवालों के जवाब दिए बिना वहां से भाग गया. जब जांच करने के लिए इस कोठी की डोरबेल बजाई गई तो कोई बाहर नहीं आया. लेकिन हैरानी वाली बात यह थी कि जब वह ऑटो चालक कोठी में गया. उसकी एंट्री तुरंत कर ली गई.

Advertisement

आपको बता दें कि कोठी नंबर A9 के बाहर दो सीसीटीवी भी लगे हुए हैं. उन कैमरों की मदद से कोठी के आसपास से गुजरने वाले लोगों पर नजर रखी जाती है. कोठी के मुख्य दरवाजे पर आई-कैमरा भी लगा हुआ है. अब सवाल यह उठता है कि कैमरे से नजर चुराकर भागने वाला वो ऑटो चालक कौन था, जो करीब 2 घंटे कोठी नंबर A9 के अंदर मौजूद रहा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement