
लगता है राजधानी दिल्ली में ना तो किसी को पुलिस का डर है. और ना ही कानून का खौफ. अगर ऐसा ना होता तो भला कैसे कोई दिन दहाड़े किसी की जान लेने की हिम्मत करता. वो भी सिर्फ मामूली बात पर. दिल्ली के ख्य़ाला में एक मकान मालिक ने अपने ही किराएदारों की सरेआम चाकू से गोद डाला. इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. कातिल वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था. लेकिन कुछ घंटे बाद ही उसे पुलिस ने दबोच लिया.
वो मारता रहा, लोग देखते रहे
वो चीखता रहा. वो मदद के लिए गुहार लगाता रहा. जान की भीख मांगता रहा. लेकिन उस वहशी शख्स के सिर पर तो खून सवार था. वो लगातार चाकू से वार करता जा रहा था. ना कोई रहम. ना कोई मुरव्वत. ये सब कुछ दिल्ली के ख्याला इलाके में डीडीए जनका फ्लैट्स की एक गली के बीच में हो रहा था. हमलावर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर रहा था. और पूरी गली के लोग दम साधे तमाशा देख रहे थे. उसी में से कोई वीडियो बना रहा था.
45 सेकेंड, 50 वार
इस दौरान किसी ने हिम्मत नहीं दिखाई. कोई पीड़ित को बचाने के लिए आगे नहीं आया. और बदमाश बेखौफ होकर चाकू से मारता रहा. एक बाद एक वार. कई वार. लगभग पचास बार उसने वार किए. उसका पेट चीर डाला. बीच में पीडित को बचाने उसकी पत्नी आई. बेटा आया. मगर कातिल ने उसे भी नहीं बख्शा. वो चाकू चलाता रहा. वार करता रहा. तीनों को लहूलुहान करने के बाद वो आराम से चला गया.
किसी ने नहीं की मदद
वो बड़ी आसानी से बुजदिलों के मुहल्ले से भाग निकला. जमीन पड़ा शख्स खून से लथपथ था. पेट की आंतें बाहर आ चुकी थी. अब भी मदद की गुहार लगा रहा था. लेकिन मदद के लिए कोई आगे नहीं आया. एक शख्स हिम्मत कर आगे बढ़ा तो एक महिला से उसे रोक दिया. आखिर ये कैसी इंसानियत है. ये कैसी दिल्ली है.
पति-पत्नी की मौत
मामूली बातों को लेकर मकान मालिक ही किराएदार की जान का प्यास बन गया. किराए न देने पर मकान मालिक इस कदर बौखलाया कि किराएदार, उसकी पत्नी और बेटे पर चाकू से हमला कर दिया. वारदात के बाद पुलिस पहुंची तो सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी. बाद में उसके पति ने भी दम तोड़ दिया. बेटा गंभीर रूप से जख्मी है.
मर गई इंसानियतकिसी मोहल्ले वाले ने ही फोन से वारदात का वीडियो बना लिया. पुलिस ने वीडियो देखा. फिर मुस्तैदी दिखाते हुए कुछ घंटे बाद ही हमलाकर को तो धर दबोचा. लेकिन उसने 45 सेकेंड में चाकूकांड का जो नंगा नाच किया. उससे दिल्ली वालों की इंसानियत सवालों में घिर ही गई.
छोटी सी बात पर किया मर्डर
जानकारी के मुताबिक हमलावर का नाम आजाद है. उसने अपना घर वीरू को किराए पर दे रखा था. वीरू के साथ उसकी पत्नी सुनीता और बेटा आकाश और एक छोटी बेटी भी रहता थी. बताया जा रहा है कि सुनीता की बेटी छत पर खेल रही थी. तभी वहां रखी पानी की बोतल से पानी नीचे गिर गया, जो वहां खड़े आजाद पर गिरा. जब सुनीता अपने घर से बाहर आई तो इसी बात को लेकर आजाद उससे झगड़ने लगा. किराए का विवाद पहले से चल रहा था.
हत्या के पीछे कई छोटी छोटी बातें वजह बनकर सामने आ रही हैं. पुलिस अब आरोपी आजाद से पूछताछ कर रही है. इस वारदात से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है.