
दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल से दो महिलाओं ने दिनदहाड़े डेढ़ महीने की मासूम बच्ची का अपहरण कर लिया. बच्ची के गायब होने की ख़बर से अस्पताल में हड़कंप मच गया. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने अस्पताल में लगे कैमरों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो दो महिलाएं बच्ची को लेकर एक ऑटो में जाती नजर आईं और उसके बाद पुलिस ऑटो चालक की मदद से आरोपियों तक जा पहुंची.
दिल्ली के कल्याणपुरी थाने की पुलिस टीम ने पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने दोनों आरोपी महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया. पकड़ी गई महिलाओं की पहचान खोड़ा निवासी पूनम और रूची के तौर पर हुई है. दोनों की उम्र 20 से 24 वर्ष के बीच बताई जा रही है.
दोनों से पूछताछ कर ये पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आखिर इस अपहरण के पीछे उनका क्या मकसद था. जानकारी के मुताबिक, खोड़ा निवासी 26 वर्षीय राजरानी ने गत 10 अप्रैल को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था. मां-बच्ची की तबीयत खराब होने पर वह अपने पति सुमित सिंह के साथ 17 अप्रैल सुबह करीब आठ बजे एलबीएस अस्पताल पहुंची थी।
डॉक्टर से जांच कराने के बाद उन्हें दवाई लेनी थी. सुमित मेडिसन विभाग की लाइन में लगकर दवाई लेने का इंतजार कर रहा था. राजरानी बच्ची को लेकर पास में ही बैठी थी. उसी वक्त करीब 11 बजे राजरानी को प्यास लगी तो वह पास में बैठी महिला को पांच मिनट में लौटकर आने की बात कहकर बच्ची उसकी गोद में देकर पानी पीने चली गई.
जब वह लौटकर आई तो बच्ची और महिला दोनों गायब थे. ये देखकर उसके होश उड़ गए. काफी ढूंढने पर भी वो महिला नहीं मिली तो मामले की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तुरंत छानबीन शुरू कर दी. तुरंत सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. जिसमें दो महिलाएं बच्ची को लेकर एक ऑटो में जाती नजर आईं.
पुलिस ऑटो के नंबर से चालक आजाद तक जा पहुंची. चालक की मदद से पुलिस आरोपी महिलाओं के घर पहुंच गई. इस मामले में महिलाओं को ऑटो से घर जाना ही भारी पड़ गया. चालक आजाद ने बताया कि इन महिलाओं ने ऑटो में बैठने के बाद खोड़ा जाने के लिए कहा था. वह उन्हें खोड़ा लेकर पहुंचा तो वह बाहर रोड पर ऑटो से उतरने लगी.
लेकिन धूप तेज थी. तो आजाद ने उन्हें ऑटो से घर तक जाने के लिए कहा. दोनों महिलाएं तैयार हो गईं. वह उन्हें उनके घर पर छोड़कर वहां से निकल गया. कुछ देर बाद उसे कल्याणपुरी थाने से फोन आया. वहां उसने पुलिस को महिलाओं और उनके घर के बारे में बता दिया और वे दोनों पकड़ी गई.