
टिक-टॉक पर किसी भी तरह का वीडियो बनाकर डालना खतरे से खाली नहीं है. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार कर लिया जिसने टिक-टॉक पर पिस्टल से फायरिंग करता हुए एक वीडियो बनाया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान फैजान के रूप में की गई है. जिसकी उम्र 32 साल है. फैजान के लोकेशन की पहचान होने पर उससे पूछताछ की गई. फैजान अपने पिता के साथ कैटरिंग का बिजनेस देखता है.
एक अधिकारी की ओर से जानकारी दी गई कि 10-11 अगस्त की रात अलग-अलग सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने लगा. जिसमें एक शख्स हवा में फायरिंग कर रहा है. सबसे पहले यह वीडियो टिक-टॉक पर अपलोड किया गया, बाद में अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और व्हाट्सएप पर यह वीडियो वायरल होने लगा. हमने वीडियो के लोकेशन के बारे में जानकारी हासिल करनी शुरू की तो पता चला कि यह वीडियो चांदनी महल के सुलेवान में एक सड़क पर बनाई गई थी.
उनके अनुसार, चूंकि इस दिन फैजान का जन्मदिन था और वह इसे कुछ अलग तरह से मनाना चाहता था. फिर उसने फैसला किया कि हवा में फायरिंग करने का एक वीडियो बनाया जाए.
उन्होंने कहा कि 10 अगस्त को अपने 32वें जन्मदिन के अवसर पर फैजान ने योजना बनाई कि कुछ अलग तरह से जन्मदिन का जश्न मनाया जाए. इसलिए उसने चांदनी महल से एक व्यक्ति से देसी कट्टा लिया और फायरिंग का वीडियो बना डाला. वीडियो बनाने के तुरंत बाद उसने सोशल मीडिया में लोकप्रिय होने के लिए यह वीडियो टिक-टॉक पर अपलोड भी कर दिया.
पुलिस ने हथियार और जिस मोबाइल से वीडियो बनाया गया था, उसे जब्त कर लिया है.
इससे पहले पिछले महीने दिल्ली पुलिस की दो महिला कॉन्स्टेबल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. दोनों महिला कॉन्स्टेबल डांस का टिक-टॉक पर वीडियो बना रही थीं. वीडियो बनाते हुए दोनों महिला कॉन्स्टेबल पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी. हालांकि वायरल होने और विवाद बढ़ने के बाद दोनों ने टिक-टॉक से अपना प्रोफाइल हटा कर अकाउंट डिलीट कर दिया था.
इसी तरह गुजरात के मेहसाणा जिले की एक महिला पुलिस कॉन्स्टेबल ने टिक टॉक पर पुलिस थाने के अंदर एक फिल्मी गाने पर वीडियो बनाया. जिसके बाद महिला कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने का आदेश दे दिया गया. इससे पहले कई वीडियो वायरल होने के बाद विवादों के आने पर कई सरकारी कर्मियों को निलंबन तक झेलना पड़ा.