
दिल्ली पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान देशद्रोह के कथित नारे लगाने के मामले में छात्रों से पूछताछ की. इस केस की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी शुक्रवार को यूनिवर्सिटी पहुंचे और आइसा नेता शहला रशीद, मोहित पांडे, कौशिक राज और चिंटू कुमारी से पूछताछ की.
दिल्ली पुलिस की ओर से कुछ छात्रों को नोटिस देकर उनसे पूछताछ किए जाने की जानकारी दी गई थी. पूछताछ के लिए 27, 28 और 29 अप्रैल की तारीख दी गई थी. 27 अप्रैल को पूछताछ में छात्र शामिल नहीं हुए थे. जिसके बाद 28 अप्रैल को आइसा नेता शहला रशीद , मोहित पांडे, कौशिक राज और चिंटू कुमारी से पूछताछ की गई.
शहला रशीद ने इस बारे में कहा कि उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया तो वह आ गईं. शहला ने कहा, 'पूछताछ के लिए जितने छात्रों का नोटिस में नाम है, उसे देख ऐसा लगता है कि होलसेल तरीके से इन नामों को लिस्ट में शामिल किया गया है. जैसे मेरा नाम, सतरूपा का नाम पहले नहीं था लेकिन अब है. ये समझ से बाहर है. हालांकि सीआरपीसी की जो धाराएं लगाईं गई हैं, उसमें डरने वाली कोई बात नहीं है. हम कोऑपरेट करेंगे.'
वहीं सुकमा हमले पर जेएनयू में जश्न की फर्जी तस्वीरों पर शहला ने कहा, 'वह तस्वीरें पूरी तरह से फेक हैं. बीजेपी-आरएसएस के लोग ऐसी फेक फोटो वायरल कर रहे हैं. झूठ फैलाया जा रहा है, वो भी तब जब देश को एकजुट रहने की जरूरत है. इस तरह की खबरों से जेएनयू छात्रों के निजी जीवन पर असर पड़ता है, दूसरा जेएनयू जैसी संस्था का नाम खराब होता है क्योंकि आजकल लोग फर्जी खबरों को ही सच मान लेते हैं.
नोटिस में शामिल दूसरे छात्र मोहित पांडे ने कहा, 'मेरे पास कल मैसेज आया कि दिल्ली पुलिस मुझसे पूछताछ करना चाहती है. मुझसे पहले भी कई बार पूछताछ हो चुकी है. लेकिन ठीक है, हम सहयोग करेंगे. सच सामने आना चाहिए ताकि जेएनयू का नाम खराब न हो.' सुकमा हमले से जुड़ी खबरों को लेकर मोहित ने कहा, 'हमने इसके खिलाफ पुलिस में शिकायत की है और हम लोग इस तरह की फर्जी खबरों को लेकर कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे.'