
मंगलवार बुधवार की तरफ क़दम बढ़ा चुका था. रात के ढाई बज रहे थे. तभी आतंकवादी घटनाओं की जांच करने वाली देश की सबसे बड़ी एजेंसी एनआईए की 17 टीमें एक साथ एक ही वक्त में दिल्ली के सीलमपुर और जाफराबाद के अलावा यूपी में अमरोहा, मेरठ और लखनऊ में अलग-अलग जगहों पर दबिश डालती है. इन छापेमारी में दस लोगों को पकड़ा जाता है. फिर उनके पास से तबाही के जो सामान और जानकारी मिलती है, वो खुद एनईआईए के होश उड़ा देती है.
दरअसल, आईएसआईएस और बगदादी की सोच को सच करने के लिए उसके हिंदुस्तानी गुर्गे खास कर दिल्ली को दहलाने की पूरी तैयारी कर चुके थे. हाल के वक्त में आतंक का सबसे बड़ा आक़ा यानी आईएसआईएस का सरगना अबू बकर अल बगदादी पिछले करीब साल-डेढ़ साल से लापता भी है और खामोश भी. मगर आतंक का जो बीज उसने बोया है. उसकी फसल अब भी जगह-जगह काटी जा रही है. आतंक के उसी ज़हर से लैस बगदादी के गुर्गों ने बड़ी खामोशी से पहले हिंदुस्तान और फिर हिंदुस्तान के दिल यानी दिल्ली में दस्तक देने की कोशिश की है.
हिंदुस्तान में आईएसआईएस के सबसे नए मॉडयूल का पर्दाफ़ाश होने से दिल्ली के सुरक्षा संस्थानों पर हमले की साजिश का पता चला. साथ ही दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर और कई अहम इमारतों को उड़ाने का प्लान था. यही नहीं दिल्ली के भीड़ भरे बाज़ारों में भी धमाके करने की साज़िश रची जा रही थी. दिल्ली में कई वीवीआईपी नेता भी इन बदमाशों के निसाने पर थे.
बस शुक्र कीजिए की ये साज़िश-साजिश ही रही. वर्ना ना मालूम क्या होता. आतंकी घटनाओं की जंच करने वाली नेशनल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी यानी NIA को भारत में मौजूद बगदादी के इन नए-नवेले गुर्गों के बारे में कुछ-कुछ जानकारी मिल रही थी. तफ्तीश भी जारी थी. मगर फिर अचानक मंगलवार की रात एनआईए को एक पुख्ता खबर मिलती है. खबर मिलते ही दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस को भरोसे में लेकर एनआईए की टीम रात ढाई बजे दिल्ली और यूपी के 17 ठिकानों पर छापे मारती है. छापेमारी में दिल्ली से 5 और यूपी से 5 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया.
इन 10 लोगों की गिरफ्तारी के बाद होश उड़ाने वाले खुलासे हुए. पता चला कि ये सभी हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम संगठन से जुडे हुए हैं, जो भारत में ISIS का बिल्कुल नया म़ॉड्यूल है. टीम ने 17 ठिकानों पर छापेमारी की. संदिग्धों के घर से भारी मात्रा में तबाही का सामान बरामद किया. देसी रॉकेट लॉन्चर तक मिला. ये लोग दिल्ली के अहम ठिकानों पर आत्मघाती हमले तैयारी भी कर रहे थे.
बकौल एनआईए आईएसआईएस के इस नए मॉड्य़ूल का लीडर मुफ्ती सोहेल उर्फ हाफिज है. जो कि यूपी के अमरोहा की एक मस्जिद में मौलवी है. उसे अमरोहा से ही गिरफ्तार किया गया है. उसके अलावा दिल्ली से मोहम्मद आजम, अनस ज़ुबैर, ज़फ़र, जैद और जुबैर मलिक को गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली से गिरफ्तार किए गए संदिग्धों के पास से 12 पिस्टल, एक देसी रॉकेट लॉन्चर, 25 किलो बम बनाने का सामान, 112 अलार्म क्लॉक, लैपटॉप, मेमोरी कार्ड और सौ मोबाइल फोन बरामद हुए हैं.
एनआईए के मुताबिक पकड़े गए संदिग्ध विदेश में बैठे अपने एक हैंडलर के संपर्क में थे. बकौल NIA दिल्ली और दूसरे शहरों में सीरियल धमाकों और फिदायीन हमले की साजिश का खुलासा भी हुआ है. गिरफ्तार किया गया एक संदिग्ध इंजीनियरिंग का छात्र रहा है. सभी संदिग्ध एक-दूसरे से सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए ही संपर्क करते थे. खास कर व्हॉट्सएप से ही बातचीत की जाती थी. ये लोग फोन का इस्तेमाल नहीं करते थे.
NIA को शुरूआती पूछताछ में पता चला कि इनके निशाने पर दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर, बड़े लीडर. अहम सरकारी दफ्तर और दिल्ली के भीड़भाड़ वाले बाज़ार थे. एनआईए के मुताबिक हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम से जोड़ने के लिए सभी संदिग्धों का ब्रेन वॉश किया गया है. इन्हें ISIS की तर्ज पर हमले के लिए उकसाया जा रहा था. नए साल के जश्न और 26 जनवरी से पहले जांच एजेंसियों की ये एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।