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फुट ओवरब्रिज की डिजाइन नहीं बदली, तो कंपनी ने करवा दी हाईवे कंसल्टेंट की हत्या

फुटओवर ब्रिज में एक भी पिलर नहीं बनना था. मगर इस काम में देरी होती चली गई, जिसकी वजह से लागत कम करने के लिए कंपनी ब्रिज में एक पिलर देना चाहती थी. राजेंद्र चावला इसे लेकर तैयार नहीं थे और उन्होंने कंपनी पर साढ़े 3 करोड़ की पेनाल्टी लगा दी थी.

हाईवे कंसल्टेंट की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी हाईवे कंसल्टेंट की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी
शरत कुमार
  • जयपुर,
  • 04 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:18 AM IST
  • इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी बदलना चाहती थी डिजाइन
  • डिजाइन बदलने के लिए तैयार नहीं थे हाईवे कंसल्टेंट

जयपुर के वैशाली नगर में हाई प्रोफाइल मर्डर केस का खुलासा हो गया है. पुलिस ने इस मामले में देश के मशहूर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ई-5  इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक रणदीप श्योरण को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि हरियाणा के रहने वाले कंपनी के निदेशक रणदीप, नवीन बिस्ला, विकास जाट और दूसरे निदेशक अमित मिश्रा ने दो शूटरों के जरिए नेशनल हाईवे के कंसल्टेंट राजेंद्र कुमार चावला की हत्या करवाई थी.

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पुलिस के मुताबिक, हत्या को अंजाम देने के लिए 2 शूटरों को हायर किया गया था और 15 लाख रु में सुपारी दी गई थी. इतना ही नहीं निदेशकों ने आरोपियों को हथियार भी उपलब्ध कराए थे. इसके लिए 3 लाख रु एडवांस भी दिया गया था. 

क्या है मामला?

दरअसल, राजेंद्र चावला जयपुर के वैशाली नगर में नेशनल हाईवे की मीटिंग में शामिल होने आए थे. उसी दौरान जब सिगरेट पीने के लिए ऑफिस से बाहर निकले तो गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के 9वें दिन DCP रिचा तोमर और दिगंत आनंद ने इस मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 26 अगस्त की मीटिंग में हत्या की साजिश में शामिल विकास भी बैठा था, जैसे मीटिंग से बाहर राजेंद्र निकले, विकास ने इशारा कर दिया और उन्हें गोली मार दी गई.

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क्या था विवाद?

कंपनी ने 2020 में गुरुग्राम से जयपुर तक नेशनल हाईवे आठ पर पैंतीस करोड़ रुपए की लागत से 14 फुट ब्रिज निर्माण का ठेका लिया था. ये 1 साल में बनने थे. टेंडर के मुताबिक, ब्रिज में एक भी पिलर नहीं बनना था. मगर इस काम में देरी होती चली गई, जिसकी वजह से लागत कम करने के लिए कंपनी ब्रिज में एक पिलर देना चाहती थी. राजेंद्र चावला इसे लेकर तैयार नहीं थे और उन्होंने कंपनी पर साढ़े 3 करोड़ की पेनाल्टी लगा दी थी. इसकी वजह से यह झगड़ा चल रहा था. 

राजेंद्र चावला की पहले गुरुग्राम और जयपुर के बीच रास्ते में हत्या की जानी थी. लेकिन उनके साथ स्टाफ मौजूद था. ऐसे में आरोपियों ने जयपुर तक उनका पीछा किया और इस घटना को अंजाम दिया.


 

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