
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाइक मामले में बड़ी कार्रवाई करते उनके एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) की 18.37 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर दी.
ईडी ने सोमवार को नाइक के एनजीओ आईआरएफ के खिलाफ मनी लॉंड्रिंग मामले में यह कार्रवाई की है. इससे पहले ईडी ने एनआईए द्वारा नवंबर 2016 में दर्ज की गई एफआईआर को आधार बनाते हुए मनी लॉंड्रिंग मामले में नाइक के एनजीओ के खिलाफ केस दर्ज किया था.
ईडी ने कुर्क की नाइक की संपत्ति
ईडी ने संपत्ति कुर्क करते हुए आईआरएफ के तकरीबन 9 करोड़ रुपये के म्युचुअल फंड, 68 लाख रुपये की कीमत का एक गोदाम, 7 करोड़ रुपये कीमत की एक बिल्डिंग और 5 बैंक अकाउंट, जिनमें पाए गए करीब डेढ़ करोड़ रुपये सीज कर दिए हैं. फिलहाल ईडी मामले की जांच कर रही है.
NIA ने नाइक को जारी किया दूसरा नोटिस
वहीं एनआईए ने भी सोमवार को जाकिर नाइक को दूसरा नोटिस जारी करते हुए उनके खिलाफ दर्ज एक मामले में 30 मार्च को पेश होने को कहा है. एजेंसी ने इससे पहले उन्हें 14 मार्च को पेश होने को कहा था, लेकिन वह नहीं आए. नाइक को एनआईए मुख्यालय में तलब किया गया है.
सऊदी अरब में हैं जाकिर नाइक
नाइक को पेश होने के लिए यह नोटिस उनके मुंबई स्थित घर पर भेजा गया है. बताया जाता है कि कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए नाइक इन दिनों सऊदी अरब में रह रहे हैं. बताते चलें कि सरकार ने नाइक की संस्था आईआरएफ को गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत 'गैर कानूनी संस्था' करार देते हुए 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था.
नाइक पर युवाओं को भड़काने का आरोप
इस प्रतिबंध के बाद एनआईए ने नाइक और आईआरएफ के खिलाफ मुस्लिम युवाओं को हिंसा के लिए भड़काने और समाज के विभिन्न समूहों के बीच धर्म एवं नस्ल के आधार पर दुश्मनी बढ़ाने के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया था. जाकिर पर आरोप है कि उन्होंने पिछले साल ढाका के एक कैफे में हुए आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को इस घटना के लिए प्रेरित किया था.