
यमुना एक्सप्रेस-वे पर जेवर के पास बदमाशों ने एक कार सवार परिवार को अपना निशाना बना लिया. बदमाशों ने एक्सप्रेस-वे पर कार रोक कर नकदी और गहने लूट लिए और मौके से फरार हो गए. इस दौरान पीड़ित परिवार पुलिस की मदद के लिए 100 नंबर डायल करता रहा लेकिन कुछ नहीं हुआ. यहां तक की घटना स्थल से कुछ दूर खड़ी पुलिस पीसीआर ने भी पीड़ितों की मदद से इनकार कर दिया.
मूलरूप से कानपुर निवासी रामप्रकाश दीक्षित बीती रात स्विफ्ट डिजायर कार से अपने परिवार के साथ कानपुर से दिल्ली के लिए चले थे. वे यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर कर रहे थे. रात लगभग दो बजे वे जेवर टोल क्रोस करके आगे बढ़े ही थे कि उनकी कार से तेज आवाज आई. जिसे सुनकर उनके कार चालक बलजीत ने कार साइड में रोक दी.
जैसे ही वे लोग कार से नीचे उतरकर पहिए चेक करने लगे तभी चार से पांच बदमाश अंधेरे से निकलकर वहां आ धमके. बदमाशों ने दीक्षित परिवार को बंधक बना लिया. उनके साथ जमकर मारपीट की. महिलाओं से गहने, नकदी लूट कर वे मौके से फरार हो गए. बदमाश भागते वक्त उनकी कार की चाबी भी निकाल कर साथ ले गए.
जब पीड़ित परिवार ने मदद के लिए 100 नंबर डायल किया तो वो भी नहीं मिला. फिर पैदल ही वे बस पकड़ने के लिए 2 से 3 किलोमीटर चले. वे लगातार 100 नम्बर करते रहे. लेकिन कोई रेस्पांस नहीं मिला. आगे जाकर उन्होंने पुलिस पीसीआर खड़ी देखी तो पुलिसवालों को जाकर आपबीती सुनाई. लेकिन पुलिसवालों का रवैया बड़ा हैरान कर देने वाला था. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में कुछ नहीं कर सकते.
बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार में शादी होने की वजह से गहने साथ लेकर चले थे. बाद में सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस ने जांच शुरू कर दी. लेकिन इस घटना ने एक बार फिर नोएडा पुलिस की कार्यशैली और डायल 100 सेवा पर सवालिया निशान लगा दिए हैं.