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दिल्ली में गैंगवार: बाप-बेटे की गोली मारकर हत्या

सोमवार की रात बदमाशों ने 45 साल के विनोद को गोलियां मारी और फिर कुछ दूरी पर एक प्लॉट में काम कर रहे उसके 19 साल के बेटे कमल का कत्ल कर दिया. वारदात के बाद इतना खौफ है कि गांव में कोई बोलने को तैयार नहीं है.

गैंगवार से दहली राजधानी गैंगवार से दहली राजधानी
मुकेश कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 12 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 7:44 PM IST

दिल्ली में एक बार फिर गैंगवार की गूंज सुनाई पड़ी. छलावा इलाके में कार में सवार बदमाशों ने एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके साथ ही उसके बेटे का भी कत्ल कर दिया. इस हत्याकांड के पीछे इलाके में वर्चस्व की लड़ाई बताई जा रही है.

जानकारी के मुताबिक, सोमवार की रात बदमाशों ने 45 साल के विनोद को गोली मार दी और फिर कुछ दूरी पर एक प्लॉट में काम कर रहे उसके 19 साल के बेटे कमल का कत्ल कर दिया. वारदात के बाद इतना खौफ है कि गांव में कोई बोलने को तैयार नहीं है.

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दो गुटों की आपसी रंजिश में हो रहा खूनी खेल
सूत्रों के मुताबिक, नफे सिंह और सुनील गुट की आपसी रंजिश है. पिछले साल 21 दिसंबर को नफे ने सुनील की हत्या करवा दी. इसके बाद सुनील गैंग ने उसके घर पर हमला कर दिया. इसमें नफे के पिता की मौत हो गई, जबकि मां और पत्नी घायल हो गए.

20 दिन में 4 लोगों की हत्या से दहली राजधानी
वर्चस्व की इस लड़ाई में पिछले 20 दिन में 4 लोगों की हत्या इसी खूनी खेल की एक किश्त है. नफे के पीछे मंजीत महाल की सरपरस्ती हैं. वहीं आरोपी ग्रुप के पीछे विकास लगरपुरिया का हाथ बताया जा रहा हैं. मंजीत महाल और विकास लगरपुरिया जुर्म की दुनिया में कुख्यात हैं.

 

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