
यूपी की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाली पीड़िता के पिता की मौत हो गई है. पीड़िता ने बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप का आरोप लगाया है. आरोप है कि विधायक के भाई और उसके गुर्गों ने पीड़िता के पिता की बर्बर पिटाई की थी. उसे गिरफ्तार कराकर जेल भिजवा दिया था.
डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि पप्पू उर्फ सुरेंद्र की न्यायिक हिरासत में मौत हुई है. इसके मैजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. यदि इस मामले में पुलिस की कोई भी लापरवाही सामने आई, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उन्नाव के बांगरमऊ से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई जय सिंह पर आरोप था कि 4 अप्रैल को उसने अपने गुंडों के साथ पीड़ित पप्पू उर्फ सुरेंद्र की बेरहमी से पिटाई की थी. इसकी शिकायत के बावजूद पुलिस ने विधायक का नाम एफआईआर से हटा दिया था. पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलकर पप्पू को ही मारपीट के जुर्म मे जेल भेज दिया था.
आरोप है कि पप्पू की बेटी का विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने गैंगरेप किया था. इसकी शिकायत पुलिस दर्ज नहीं कर रही थी. विधायक की तरफ से लगातार मामले मे पीछे हटने के लिए धमकी दी जा रही थी. नहीं मानने पर 4 अप्रैल को गुर्गों के साथ विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई ने पीड़ित परिवार पर हमला किया था. पप्पू की बुरी तरह पिटाई की थी.
अपने पिता की पिटाई और रेप के मामले मे कार्यवाही ना होने से दुखी पप्पू की बेटी ने लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने रविवार को आत्मदाह का प्रयास किया था. युवती ने बताया कि उसके साथ विधायक और उसके गुर्गों ने गैंगरेप किया है. इसके बाद वह अपने पिता के पास दिल्ली चली गई, लेकिन 4 अप्रैल को लौटी तो उनके साथ मारपीट की गई.
उन्नाव जिला अस्पताल के डॉ. अतुल ने बताया कि पप्पू उर्फ सुरेंद्र को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत थी. जेल प्रशासन ने उन्हें कल रात को ही अस्पताल में भर्ती कराया था. आज सुबह उनकी मौत हो गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. वहीं, इस मामले पर सपा सु्प्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट कर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है.
युवती ने पुलिस पर भी मामले की लीपापोती करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उसकी शिकायत में से विधायक का नाम हटा दिया. युवती अपनी शिकायत लेकर CM योगी आदित्यनाथ के पास भी गई थी, लेकिन वहां भी उसे कोई मदद नहीं मिली. पुलिस ने युवती सहित पूरे परिवार को थाने में रखा हुआ है. इस मामले की जांच हो रही है.