
बंगलुरु में नए साल के मौके पर एक युवती के साथ छेड़छाड़ के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी शहर के उत्तर पूर्वी उपनगर में कम्मानहल्ली इलाके के रहने वाले बताए जा रहे हैं. इसी इलाके में रविवार तड़के 2.41 बजे पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की गई थी. वह अपने एक दोस्त के साथ नववर्ष की पार्टी से घर लौट रही थी. इस घटना की सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद पूरे देश में सनसनी मच गई थी.
बनसवाड़ी मंडल निरीक्षक डी.एच. मुनिकृष्णा ने बताया कि चारों आरोपियों की उम्र 20-23 साल के बीच में है. बुधवार को पूछताछ के बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह घटना मंगलवार रात को सामने आई, जब इलाके के एक निवासी ने पुलिस को घटना का एक सीसीटीवी फुटेज दिया. यह घटना उनके घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. आरोपियों को अदालत में पेश करके हिरासत में देने की मांग की जाएगी.
कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वरा ने बताया कि वारदात की सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बंगलुरु महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह है. नए साल पर हुई घटना से शहर की छवि खराब नहीं करनी चाहिए. अपने द्वारा दिए बयान के बाद हुए बवाल पर उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया था. उन्होंने वैसा कुछ नहीं कहा था.
गृहमंत्री ने कहा था कि नए साल जैसे दिन पर ब्रिगेड रोड, कमर्शियल स्ट्रीट, एमजी रोड पर बड़ी संख्या में युवा जमा होते हैं. युवा जो लगभग पश्चिमी रंग में रंगे हैं. पश्चिम के लोगों की नकल करने की कोशिश करते हैं. न सिर्फ सोच-विचार में बल्कि कपड़े पहनने के तरीके में भी. उनकी इस टिप्पणी पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने कठोर प्रतिक्रिया दी थी. उनसे इस्तीफे की मांग करते हुए ऐसे बयान पर देश की महिलाओं से माफी मांगने को कहा था.
बताते चलें कि सीसीटीवी फुटेज में पीड़िता अपने घर की ओर जाती दिखाई दे रही है. उसके बाद स्कूटर पर सवार दो व्यक्ति उसके साथ छेड़छाड़ करते और उसे स्कूटर पर खींचने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं. पीड़िता हमलावरों से बचने के बाद सड़क पर गिर गई, जबकि कुछ ही दूरी पर खड़े कुछ लोग तमाशा देखते नजर आ रहे हैं. पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया था.