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शर्मनाक! उत्तर प्रदेश में 50-50 रुपये में धड़ल्ले से बिक रहा है रेप का वीडियो

यूपी के किसी गांव का एक सुनसान इलाका. यहां चार-पांच लड़के एक लड़की को घेर के खड़े हैं. लड़की उनसे बार-बार घर जाने के लिए गिड़गिड़ाती है. उनके पैर पकड़ती है. भगवान की दुहाई देती है. लेकिन उन दरिंदों पर कोई असर नहीं होता. हवस की आग में जल रहे हैवान एक-एक कर उस लड़की का रेप करते हैं. उसकी इज्जत तार-तार करने के बाद उसे बदहवास हालत में छोड़कर वहां से फरार हो जाते हैं. जी हां, ये किसी फिल्म की कहानी नहीं, हकीकत है, जो एक गैंगरेप के वीडियो में मौजूद है.

मोबाइल से बनाई जाती है अश्लील वीडियो क्लिप मोबाइल से बनाई जाती है अश्लील वीडियो क्लिप
मुकेश कुमार
  • लखनऊ,
  • 04 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 8:09 AM IST

यूपी के किसी गांव का एक सुनसान इलाका. यहां चार-पांच लड़के एक लड़की को घेर के खड़े हैं. लड़की उनसे बार-बार घर जाने के लिए गिड़गिड़ाती है. उनके पैर पकड़ती है. भगवान की दुहाई देती है. लेकिन उन दरिंदों पर कोई असर नहीं होता. हवस की आग में जल रहे हैवान एक-एक कर उस लड़की का रेप करते हैं. उसकी इज्जत तार-तार करने के बाद उसे बदहवास हालत में छोड़कर वहां से फरार हो जाते हैं. जी हां, ये किसी फिल्म की कहानी नहीं, हकीकत है, जो एक गैंगरेप के वीडियो में मौजूद है.

एकदम ओरिजिनल वीडियो. आपको इस तरह के सैकड़ों वीडियो यूपी में मिल जाएंगे. कीमत महज 50 से 150 रुपये मात्र. हवस का खेल खेलने वाले हैवान अपनी इस हरकत का वीडियो क्लिप बना लेते हैं. वीडियो बनाने के पीछे उनका मुख्य मकसद पीड़िता को ब्लैकमेल करना होता है, लेकिन हाल ही में आई खबरों के अनुसार कुछ शातिरों ने इन वीडियो को पॉर्न वेबसाइट्स में अपलोड करके पैसे कमाना भी शुरू कर दिया है. इसकी सीडी बनाकर बाजार में बेंचना शुरू कर दिया है.

एक वीडियो की कीमत 50 रुपये
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, हैवानियत की हदें पार करने वाली यह वीडियो यूपी में धड़ल्ले से बिक रहे हैं. व्हाट्सएप पर वायरल हो रहे हैं. पोर्न वेबसाइट्स से डाउनलोड किए जा रहे हैं. सीडी की दुकानों पर बेचे जा रहे हैं. पुलिस के डर से इन वीडियो क्लिप केवल भरोसेमंद व्यक्ति को दिया जाता है या फिर किसी जान-पहचान वाले की ओर से रेफर किए हुए व्यक्ति को. इन वीडियो की क्लिप मोबाइल के जरिए ट्रांसफर की जाती है. इसके बदले में 50 से 150 रुपये अदा करने होते हैं.

छापेमारी के दौरान हुआ खुलासा
इस तरह की जानकारी मिलने पर पुलिस ने दुकानों पर छापेमारी की तो यह खेल सामने आया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कासगंज और आगरा के सदर बाजार में छापेमारी के बाद सारी घटना का खुलासा हुआ. पुलिस ने कासगंज के सोरो इलाके से दो दुकानदारों को गिरफ्तार करते हुए उनके लैपटॉप जब्त कर लिए हैं. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए डीजीपी जावेद अहमद को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. पुलिस हरकत में आ गई है.

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