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एक ही बंदूक से की गई थी गौरी लंकेश और कलबुर्गी की हत्या

FSL रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी लंकेश और एमएम कुलबुर्गी की हत्या में 7.65 एमएम के देसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था.

गौरी लंकेश मर्डर केस में FSL रिपोर्ट में अहम खुलासा गौरी लंकेश मर्डर केस में FSL रिपोर्ट में अहम खुलासा
नागार्जुन /आशुतोष कुमार मौर्य
  • बेंगलुरु,
  • 08 जून 2018,
  • अपडेटेड 10:49 AM IST

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट में अहम खुलासा हुआ है. FSL रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी लंकेश की हत्या में उसी बंदूक का इस्तेमाल किया गया, जिससे कर्नाटक के ही प्रख्यात तर्कवादी और लेखक एमएम कलबुर्गी की हत्या की गई थी.

गौरी लंकेश हत्याकांड में गिरफ्तार मुख्य आरोपी टी नवीनकुमार के खिलाफ दाखिल चार्जशीट के साथ लगाई गई एफएसएल रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी लंकेश और एमएम कुलबुर्गी की हत्या में 7.65 एमएम के देसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था.

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बता दें कि कर्नाटक SIT ने 21 मई को दावनगिरी जिले से एक आरोपी अमोल काले को गिरफ्तार किया था, जिस पर कलबुर्गी की हत्या में शामिल होने का भी आरोप है. कलबुर्गी की हत्या की जांच कर रही एसआईटी का कहना है कि कलबुर्गी का दरवाजा खटखटाने वाले दो आरोपियों में अमोल काले भी शामिल था.

इससे पहले पुलिस ने मुख्य आरोपी नवीन कुमार का बयान दर्ज किया. नवीन कुमार की पत्नी का बयान भी लिया गया है. उसकी पत्नी ने स्वीकार किया है कि नवीन कुमार हिंदुत्ववादी संगठन सनातन संस्था से जुड़ा रहा है और उसे भी सनातन संस्था के कार्यक्रमों में ले जाता था. नवीन की पत्नी ने अपने बयान में कहा है कि गौरी लंकेश की हत्या से एक दिन पहले अचानक नवीन घर आया और उसे मंगलुरू में सनातन आश्रम लेकर चला गया था.

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30 मई को दाखिल हुई पहली चार्जशीट

बता दें कि गोरी लंकेश मर्डर केस में कर्नाटक पुलिस ने तीन दिन पहले 30 मई को चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें पुलिस भी इस नतीजे पर पहुंची है कि हिंदू धर्म की आलोचना के चलते ही गौरी लंकेश की हत्या की गई थी.

चार्जशीट में केटी नवीन कुमार को मुख्य आरोपी बनाया गया है. इसके साथ ही प्रवीन कुमार को भी आरोपी बनाया गया है, जो कि फिलहाल फरार है. करीब 600 पेज की इस चार्जशीट में 100 लोगों के नाम बतौर गवाह दर्ज है.

हालांकि 600 पेज की इस चार्जशीट के 110 पेज सार्वजनिक नहीं किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक, गौरी लंकेश की हत्या की वजहों और साजिश की जानकारी इन्हीं 110 पेज में है. इसके अलावा मुख्य आरोपी नवीन कुमार के बयान को भी सार्वजनिक नहीं किया गया है.

हिंदू विरोधी विचारों से थे नाराज, पार्क में बैठ रची थी हत्या की साजिश

आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक, चार्जशीट के इन सार्वजनिक न किए गए पृष्ठों में कहा गया है कि आरोपी गौरी लंकेश द्वारा प्रकाशित साप्ताहिक टेब्लॉयड में हिंदू धर्म की तीखी आलोचना करने, हिंदू देवी-देवताओं और हिंदू धर्म की बुराई किए जाने से नाराज थे.

चार्जशीट में जो सबसे अहम खुलासा हुआ है, वह है कि नवीन कुमार गौरी लंकेश की हत्या की साजिश में शामिल था और हत्या की पूरी साजिश बेंगलुरु के विजयनगर में स्थित बीबीएमपी पार्क में बैठकर रची गई थी.

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