
माता-पिता अपने बच्चों को बड़े ही अरमान से पालते-पोसते हैं ताकि बुढ़ापे में उनके बच्चे उनका सहारा बनेंगे. मगर गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपति अपनी ही औलाद के कारण दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं. साथ ही अपनी सुरक्षा की गुहार शासन प्रशासन से लगा रहे हैं.
उम्र के इस पड़ाव पर ये बुजुर्ग दंपति बेघर घूम रहे हैं. ये बुजुर्ग दंपति कविनगर के रहने वाले हैं. इनका नाम दिनेश और इनकी धर्मपत्नी का नाम कमलेश है. इन दोनों की दयनीय हालत का कारण कोई और नहीं खुद इनका बेटा और बहू हैं. दोनों ने बड़े ही अरमान से जिस बेटे को पाला उसने ही इनका जीना दुश्वार किया है. अब जबरन बुजुर्ग दंपति के मकान पर बेटे-बहू कब्जा कर चुके हैं. साथ ही इनके घर के कीमती सामान पर भी कब्जा किया हुआ है.
पीड़ित पिता की मानें तो इन्होंने अपने तीन बेटों का अलग-अलग बंटवारा कर दिया था. किसी को दुकान तो किसी को मकान दे दिया था और अपने छोटे बेटे-बहू के साथ घर में रह रहे थे. कुछ दिन पहले ही इनका बड़ा बेटा अजय और उसकी पत्नी घर में जबरन घुस गए और इनके बाकी बेटे-बहुओं ओर बच्चों को घर से निकाल दिया और अब मकान पर कब्जा कर लिया. साथ ही इन्हें घर से निकालने में लगे हुए हैं. हैरानी की बात ये है कि इन्होंने जो शिकायती प्रार्थना पत्र अधिकारियों को दिया है उसमें इन्होंने अपने ही बेटे और बहू से जान का खतरा भी जाहिर किया है.
बुजुर्ग दंपति ने गाजियाबाद प्रशासन से इस पूरे मामले को लेकर गुहार लगाई है. गाजियाबाद डीएम से आज बुजुर्ग परिजन मिलने पहुंचे और मदद के लिए गुहार लगाई. उन्होंने अपने पुत्र और पुत्रवधू के दुर्व्यवहार से निजात दिलाने के लिए एक लिखित शिकायत दी. गाजियाबाद डीएम ने गाजियाबाद के सिटी मजिस्ट्रेट को पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं. साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि जांच के बाद आवश्यक कानूनी धाराओं के अंतर्गत कानूनी कार्यवाही की जाए.
सवाल ये खड़ा होता है कि आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने रिश्तों की अहमियत को खोते जा रहे हैं और चंद रुपयों के लालच में अपने माता-पिता की जान के दुश्मन बन जाते हैं.