Advertisement

दो दिन से पड़ी है मर्चेंट नेवी अफसर की लाश, दफनाने को तैयार नहीं परिजन

मृतक सुल्तान के परिजनों का कहना है कि उसके शव को तब तक नहीं दफनाया जाएगा, जब तक प्रशासन द्वारा इसका पोस्टमार्टम और डीएनए टेस्ट नहीं कराया जाता और ये साबित नहीं हो जाता कि ये लाश सुल्तान अहमद की ही है.

फोटो- आजतक फोटो- आजतक
पन्ना लाल/तनसीम हैदर
  • नई दिल्ली,
  • 20 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 10:42 AM IST

दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में एक घर के सामने दो दिन से एक डेड बॉडी रखी हुई है. परिवार इस बॉडी को दफन करना चहता है लेकिन बॉडी की पहचान न होने से परिवार परेशान है.

गाजियाबाद की कामना सोसायटी में रहने वाले मर्चेंट नेवी में कार्यरत सुल्तान अहमद की अमेरिका के बोस्टन शहर में कुछ दिनों पहले मौत हो गई थी. सुल्तान के घरवालों के पास 1 अक्टूबर 2018 सुल्तान की कंपनी से आए दो लोगों ने बताया कि उनके बेटे की एक जहरीली गैस लीक होने की वजह से अमेरिका में मौत हो गई थी. परिवारवालों ने अमेरिका से लाश भारत मंगाने के लिए मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई थी.

Advertisement

रविवार को उनके घर के सामने एक एंबुलेंस आई. इस एबुलेंस में एक डेड बॉडी थी. ये डेड बॉडी इतनी खराब हो गई थी कि इसकी पहचान मुश्किल है. मृतक सुल्तान के परिजनों का कहना है कि उसके शव को तब तक नहीं दफनाया जाएगा, जब तक प्रशासन द्वारा इसका पोस्टमार्टम और डीएनए टेस्ट नहीं कराया जाता और ये साबित नहीं हो जाता कि ये लाश सुल्तान अहमद की ही है.

पीड़ित परिवार अपनी इस मांग को लेकर सबसे पहले थाना इंदिरापुरम पहुंचे तो वहां से उन्हें एसएसपी ऑफिस के लिए भेज दिया गया. यहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद उन्हें एडीएम के पास भेज दिया गया. एडीएम ने इन्हें फिर से एसएसपी के पास भेज दिया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी की मदद से परिवार ने बॉडी की पोस्टमार्टम कराने की गुहार भी लगाई लेकिन कोई हल नही मिला.

Advertisement

बहराल पूरा परिवार रविवार सुबह से ही अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर हो रहा है, और डेड बॉडी घर के दरवाजे पर रखा हुआ है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि पूरी जानकारी होने के बावजूद कोई अधिकारी मृतक के शव को देखने नहीं आया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement