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ट्रैफिक चालान के नाम पर रिश्वतखोरी, ASI की करतूत कैमरे में कैद

हरियाणा की साइबर सिटी गुडगांव में ट्रैफिक पुलिस में तैनात एएसआई का रिश्वत लेते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस मामले में एक ऑटो चालक की शिकायत पर आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है. अब डीसीपी ट्रैफिक ने उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है.

आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है
परवेज़ सागर/पुनीत शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 12:26 PM IST

हरियाणा की साइबर सिटी गुडगांव में ट्रैफिक पुलिस में तैनात एएसआई का रिश्वत लेते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस मामले में एक ऑटो चालक की शिकायत पर आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है. अब डीसीपी ट्रैफिक ने उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है.

मामला गुड़गांव के हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास का है. जहां ट्रैफिक पुलिस का एएसआई पहले यातायात नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में एक ऑटो वाले को रोकता है और फिर चालान न करने के नाम पर उस चालक से पैसे ले रहा है. जब ऑटो वाले ने एएसआई को रिश्वत के पैसे दिए तो किसी ने मोबाइल ये वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया.

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बाद में ऑटो चालक की शिकायत पर डीसीपी ट्रैफिक ने आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है. दरअसल, हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसने और जाम की समस्या से जनता को निजात दिलाने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिसकर्मी पर है.

लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मी अपना असल काम करने के बजाय चालान का भय दिखाकर सरेआम अपनी जेबें भर रहे हैं. आरोपी पुलिसकर्मी का का नाम जयवीर सिंह है. वह ट्रैफिक पुलिस में एएसआई के पद पर तैनात है. उसकी तैनाती गुडगांव के ईस्ट इलाके में है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि जैसे ही आरोपी पुलिस वाले को पता चला कि उसकी वीडियो बन गई है. तो उसने शिकायतकर्ता को पार्किंग में बुलाया और मारपीट कर अपना वीडियो उसके मोबाइल से डिलीट कर दिया. लेकिन ऑटो चालक ने पहले ही वो वीडियो मीडिया के लोगों को दे दिया था.

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शिकायतकर्ता गुरुवार को पुलिस कमिश्नर के दफ्तर पहुंचे और अपनी आपबीती डीसीपी ट्रैफिक सिमरजीत सिंह को सुनाई. डीसीपी ट्रैफिक ने शुरुआती जांच में एएसआई जयवीर सिंह को दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया. साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी.

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