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राम रहीम के पास थी महिला सेना, रिटायर आर्मी अफसर की बेटी करती थी लीड

राम रहीम ने पुरुष गार्ड्स का कुर्बानी गैंग तो बना ही रखा था, महिला गार्ड्स का एक गोल गैंग भी स्थापित कर रखा था. यह गोल ब्रिगेड कशिश नाम की महिला के नेतृत्व में संचालित था. जानकारी के मुताबिक, कशिश भारतीय सेना के एक रिटायर्ड शीर्ष अफसर की बेटी है.

राम रहीम की महिला सेना राम रहीम की महिला सेना
मनजीत सहगल/आशुतोष कुमार मौर्य
  • चंडीगढ़,
  • 05 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 11:57 PM IST

अपनी दो शिष्याओं के साथ रेप की सजा काट रहे फर्जी बाबा गुरमीत राम रहीम के पापों की लिस्ट कम होने का नाम ही नहीं ले रही. आए दिन बाबा के नए-नए कारनामों का खुलासा होता ही जा रहा है. अब राम रहीम पर महिला सेना रखने का आरोप लगा है. राम रहीम पर यह आरोप उनके ही दो चेलों ने लगाया है.

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कभी राम रहीम के समर्थक रहे सुखविंदर सिंह और रामकुमार बिश्नोई ने बुधवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में राम रहीम पर यह आरोप लगाए हैं. याचिकाकर्ताओं का कहना है कि राम रहीम ने पुरुष गार्ड्स का कुर्बानी गैंग तो बना ही रखा था, महिला गार्ड्स का एक गोल गैंग भी स्थापित कर रखा था.

उनका कहना है कि इस गोल गैंग में बेहद खूंखार 15 सदस्य थीं, जिन्हें हथियार चलाने का भी प्रशिक्षण दिया गया था. यह गोल ब्रिगेड कशिश नाम की महिला के नेतृत्व में संचालित था. जानकारी के मुताबिक, कशिश भारतीय सेना के एक रिटायर्ड शीर्ष अफसर की बेटी है.

याचिकाकर्ताओं की याचिका के आधार पर राम रहीम की महिला सेना गोल गैंग की 15 में से 7 सदस्यों की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने इनकी पहचान जगजीत कौर, गुरविंदर कौर, कुसुम, चेतना, अमन, प्रवीण और रेनू के रूप में की है.

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याचिकाकर्ताओं के मुताबिक, 25 अगस्त, 2017 को जब पंचकूला की अदालत ने राम रहीम को रेप का दोषी करार देते हुए सजा सुनाई, उस समय यह गोल गैंग पंचकूला में ही मौजूद था और राम रहीम को पुलिस के चंगुल से भगाने की फिराक में था.

लेकिन जैसे ही पुलिस ने राम रहीम को भगाने की साजिश का भंडाफोड़ किया, उसके तुरंत बाद यह गैंग भी तितर-बितर हो गया और पुलिस की नजरों से बच निकलने में सफल रहा. पंचकूला से भागकर गोल गैंग की सदस्यों ने प्रवीण के घर में शरण ली.

याचिकाकर्ताओं ने दावा किया है कि गोल ब्रिगेड की सभी सदस्य गुरमीत राम रहीम के खास चेलों के नजदीकी रिश्तेदार हैं. कशिश के पिता कर्नल भी गुरमीत राम रहीम के निजी सचिव थे, जबकि जगजीत कौर डेरा प्रबंधन समिति के एक सदस्य की बहू है.

गुरविंदर कौर उर्फ बलविंदर कौर और कुसुम के पति डेरा सच्चा सौदा की आईटी विंग में कार्यरत थे. राम रहीम के चेलों ने अपनी याचिका में सवाल उठाया है कि जब हरियाणा पुलिस ने राम रहीम के हथियारबंद गार्ड्स को काबू किया था उस वक्त हथियारों से लैस गर्ल ब्रिगेड की यह सदस्य किस तरह पुलिस की नजर से बच गई.

याचिकाकर्ताओं ने गोल ब्रिगेड के अलावा उन 6 लोगों के नाम भी कोर्ट को बताए हैं जो हिंसा में शामिल थे लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. डेरा सच्चा सौदा की गोल ब्रिगेड के सामने आने से अब भारतीय सेना की खुफिया इकाई द्वारा 13 दिसंबर 2010 को जारी किए गए एक इनपुट और पुख्ता हो गए हैं जिसमें कहा गया था कि डेरा सच्चा सौदा में कई सेवारत और सेवानिवृत्त सेना अधिकारी हथियारों का प्रशिक्षण दे रहे हैं.

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हालांकि सिरसा पुलिस ने डेरा सच्चा सौदा को इस मामले में क्लीन चिट दे दी थी, लेकिन पिछले साल 4 सितंबर 2017 को डेरा में की गई छानबीन के दौरान 878 में से 33 हथियार बरामद किए गए थे, जो न केवल अत्याधुनिक थे बल्कि उनको मॉडिफाई भी किया गया था.

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