
गुरुग्राम के शिवा अस्पताल में युवती से छेड़छाड़ और रेप करने की कोशिश का मामला सामने आया है. अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई ना होने से युवती के परिजन नाराज हो गए. पीड़िता की मां ने अस्पताल के कर्मचारियों को पीटा और अस्पताल में तोड़फोड़ करने की कोशिश की.
दरअसल 27 नवंबर को जहरीला पदार्थ खाने से बीमार हुई पीड़िता को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां पीड़िता का आरोप है कि आईसीयू में तैनात नर्सिंग स्टाफ ने उसके साथ रेप करने की कोशिश की थी. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अस्पताल के आईसीयू में हुई इस घटना के बावजूद अस्पताल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिले के डिप्टी कमिशनर का कहना है कि अस्पताल के खिलाफ चल रही जांच की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी.
साइबर सिटी गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में दाखिल 16 साल की युवती के साथ छेड़छाड़ और रेप करने की कोशिश मामले में अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई ना होने से नाराज पीड़ित परिवार ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. पीड़िता की मां ने अस्पताल में ना केवल तोड़फोड़ की कोशिश की बल्कि अस्पताल के स्टाफ की पिटाई भी कर दी.
बता दें कि गुरुग्राम के मदनपुरी इलाके की रहने वाली एक 16 साल की लड़की गलती से जहरीला पदार्थ खा लिया था. पीड़िता की तबियत खराब होने लगी तो उसे राजीव नगर इलाके के शिवा अस्पताल में दाखिल कराया गया. पीड़िता की हालत को देखते हुए अस्पताल के डॉक्टरों ने पीड़िता को आईसीयू में एडमिट कर दिया.
पीड़िता का आरोप है कि आईसीयू में तैनात नर्सिंग स्टाफ ने रात में उससे ना केवल छेड़छाड़ की बल्कि रेप करने की कोशिश भी की. पीड़िता की इस शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन अस्पताल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे नाराज पीड़ित परिवार इंसाफ की मांग को लेकर अस्पताल पहुंच गया और हंगामा किया.
निजी अस्पताल के आईसीयू में हुई इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई लाजमी है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन की मिलीभगत के कारण अस्पताल पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई. हालांकि अस्पताल पर हुए हंगामे के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और जिला उपायुक्त ने अस्पताल के खिलाफ जांच के आदेश दिए. जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह की मानें तो सीएमओ को इस मामले में जांच करने का आदेश दिया गया है जिसकी रिपोर्ट आने के बाद अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अस्पताल प्रबंधन के मनमानी का ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी गुरुग्राम के कई छोटे बड़े अस्पताल में प्रबंधन की लापरवाही और मनमानी के मामले सामने आ चुके है ऐसे में देखना होगा कि जिला प्रशासन ऐसे निरंकुश अस्पतालों पर अंकुश कब तक लगा पता है.