
पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके में एक कारोबारी के घर के बाहर से क्रेटा सवार चोरों ने एक फॉर्च्यूनर कार चोरी की और फरार हो गए. ये पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई. जानकारी के मुताबिक, कार चोरों ने पहले चारों टायर में लगे लॉक को तोड़ा और उसके बाद चोरी को अंजाम दिया.
बताया जा रहा है कि पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके के श्रेष्ठ विहार में पुलिस पिकेट के पास से सोमवार रात क्रेटा कार सवार चोरों ने फॉर्च्यूनर कार की चोरी को अंजाम दिया है. यह पूरी घटना पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. सीसीटीवी फुटेज में एक चोर बाकायदा कटर लेकर टायर लॉक को तोड़ता साफ दिखाई दे रहा है.
चोरों ने वहां एक नहीं बल्कि चारों टायर में लगे लॉक को तोड़कर आराम से चोरी को अंजाम दिया. चार चोरों ने इस चोरी को अंजाम दिया है. एक चोर ने चोरी के दौरान सीसीटीवी को भी तोड़ दिया था.
सुबह 4:40 पर मोबाइल में आया कार स्टार्ट होने का अलर्ट
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राकेश बंसल अपने परिवार के साथ श्रेष्ठ विहार में रहते हैं. उनकी झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री है. शनिवार रात उन्होंने अपनी कार घर के बाहर खड़ी की. रविवार तड़के 4:40 बजे कार स्टार्ट होने का उनको मोबाइल पर अलर्ट मिला, जिससे उनकी नींद खुल गई.
कंट्रोल रूम में दो बार बताई अपनी कार की लोकेशन
अलर्ट मिलते ही राकेश तुरंत घर से बाहर निकले, लेकिन तब तक कार लेकर चोर फरार हो चुके थे. इसके बाद राकेश ने अपने बेटे को जगाया. कार में लगे जीपीएस से उसकी लोकेशन मिल गई. फिर उन्होंने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया और कार की लोकेशन बताई.
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कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी ने राकेश को बताया कि आनंद विहार थाने को सूचना दे दी गई है. थोड़ी देर बाद राकेश ने फिर से कंट्रोल रूम को बताया कि अब उनके कार की लोकेशन गाजीपुर के पास की आ रही है. इसके बाद संभवत: चोरों ने जीपीएस को बंद कर दिया. बाद में उन्होंने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत दी.
एटीएम कार्ड क्लोनिंग में शामिल एक बड़े गिरोह का हुआ भंडाफोड़
गुरुग्राम पुलिस ने एटीएम कार्ड क्लोनिंग में शामिल एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह बीते 1 से 2 महीने में ढाई से तीन करोड़ की ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है.
गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम ईस्ट की टीम ने चार ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने बीते 1 से 2 महीने के दौरान ढाई से तीन करोड़ की ठगी की वारदात को अंजाम दे डाला. डीसीपी ईस्ट की मानें तो 4 में से 3 आरोपी एमटेक, बीएड पास हैं और टेक्निकली भी काफी स्ट्रांग हैं और इसी हुनर के कारण अंकुर, अमित और जोगिंदर ने मिलकर करोड़ों की ठगी की साजिशें रच डालीं.
ऐसे होता था ठगी का पूरा खेल
पुलिस की मानें तो अंकित और अंकुर फोन कॉल्स के जरिए कस्टमर को फंसाते थे और जोगिंदर तमाम डेटा चुराकर अकाउंट्स में सेंध लगाता आ रहा था. पुलिस के मुताबिक अंकुर, अमित और जोगिंदर ने एक बैंक के सिस्टम तक में सेंध लगा रखी थी जिसके बाद कार्ड या क्रेडिट कार्ड की डिटेल जानने की भी इन्हें जरूरत नहीं होती थी.
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पुलिस की मानें तो यह पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी मात्रा में किसी से एटीएम और क्रेडिट कार्ड के क्लोन किए हुए प्लास्टिक कार्ड बरामद किए गए हों. वहीं डीसीपी ईस्ट चंद्रमोहन की मानें तो शुरुआती जांच में इस मामले में बैंक के एक कर्मचारी की संदिग्ध भूमिका भी सामने आई है. बहरहाल पुलिस मामले की गहराई से तफ्तीश कर रही है.
कई फर्जी सिम और पांच लाख रुपये हुए बरामद
पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से पांच लाख रुपये कैश के साथ-साथ एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया कंपनी की 209 फर्जी सिम, वारदात में इस्तेमाल 4 मोबाइल फोन, 159 क्लोन किए गए प्लास्टिक कार्ड और 2 लैपटॉप बरामद किए गए हैं. इस केस में धारा-419/420/467/468/471/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.