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गुड़िया गैंगरेप-मर्डर केस: इंसाफ के लिए सूबे में प्रदर्शन, आरोपी की जेल में हत्या

हिमाचल प्रदेश के शिमला के ठियोग की गुड़िया के साथ हुए गैंगरेप और मर्डर केस में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी की जेल के अंदर हत्या के बाद सनसनी मच गई. आईजी लॉ एंड ऑर्डर ने 29 साल के नेपाली मूल के आरोपी की मौत की पुष्टि की है. मंगलवार देर रात करीब 12 बजे हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. यह मामला पूरे सूबे में तूल पकड़ चुका है.

हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुई सनसनीखेज वारदात हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुई सनसनीखेज वारदात
मुकेश कुमार
  • शिमला,
  • 19 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 12:36 PM IST

हिमाचल प्रदेश के शिमला के ठियोग की गुड़िया के साथ हुए गैंगरेप और मर्डर केस में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी की जेल के अंदर हत्या के बाद सनसनी मच गई. आईजी लॉ एंड ऑर्डर ने 29 साल के नेपाली मूल के आरोपी की मौत की पुष्टि की है. मंगलवार देर रात करीब 12 बजे हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. यह मामला पूरे सूबे में तूल पकड़ चुका है.

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जानकारी के मुताबिक, गुड़िया को इंसाफ दिलाने के लिए मंगलवार गुम्मा कस्बे में 24 पंचायतों के चार हजार लोगों ने प्रदर्शन किया. गुस्साए लोगों ने ठियोग-हाटकोटी नेशनल हाईवे पर सात घंटे तक जाम लगा दिया. लोग इतने गुस्से में थे कि एक गाड़ी को तोड़ दिया. मौके पर पहुंचे एसडीएम टशी संडूप को कमरे में बंद कर दिया. लोगों को देख पुलिसवाले भाग गए.

हाईकोर्ट में आज होगी सुनवाई

गुड़िया गैंगरेप मर्डर केस में राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में जल्द सुनवाई करवाने का आवेदन दाखिल किया. इसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने बुधवार के लिए सुनवाई निर्धारित कर दी. कार्यवाहक चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ के समक्ष इस मामले पर सुनवाई होगी. गुड़िया के पिता ने कहा कि उन्हें मुआवजा नहीं अपनी बेटी के लिए इंसाफ चाहिए.

सीबीआई को सौंपी गई है जांच

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इस मामले में आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस असली दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है. पिता ने कहा कि कोई भी निर्दोष इस मामले में फंसना नहीं चाहिए. सीबीआई को मामले की जांच सौंपी गई है. इंतजार है कि सीबीआई किस तरह जांच करती है. यहां प्रदर्शन के दौरान लोग उग्र हो गए. इसके बाद पुलिसकर्मी एसडीएम को वहां से एक होटल में ले गए.

लिफ्ट के बहाने कर लिया अगवा

बीते 4 जुलाई को आरोपी राजेंद्र उर्फ राजू अपने दोस्त आशीष और सुभाष के साथ कहीं जा रहा था. उसने 10वीं में पढ़ने वाली गुड़िया को देखा और गाड़ी रोककर उसे घर तक लिफ्ट देने की बात कही. गुड़िया इलाके में नई आई थी. राजू को जानती थी. वह अक्सर स्कूली बच्चों को ले जाता था, जिससे शक नहीं हुआ. लिहाजा वह उसके साथ गाड़ी में बैठ गई.

शराब के नशे में की हैवानियत

पुलिस के मुताबिक, राजू और उसके दोस्त शराब के नशे में धुत थे. उन्होंने बीच जंगल में सामान उतारने का बहाना बनाते हुए गाड़ी रोक दी. मासूम के साथ गैंगरेप किया. अपने तीन साथियों को भी वहां बुला लिया और फिर गुड़िया की बेरहमी से हत्या कर उसकी लाश को जंगल में फेंक दिया. गैंगरेप के दौरान दरिंदों ने गुड़िया के साथ हैवानियत की इंतेहा कर दी.

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