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दिल्ली में भोपाल जैसा हनी ट्रैप, विदेशी लड़कियों के शिकार बने रईसजादे

निशाना बनाने से पहले गैंग देखता था कि शिकार के पास पैसा कितना है. फिर टारगेट सेट किया जाता था. अपने जाल में फंसे लोगों से पैसा ऐंठने के लिए ये लोग डेबिट कार्ड मांगते थे. इसके लिए एक जगह तय होती थी, वहां पर पीड़ित पक्ष अपना डेबिट कार्ड छोड़ देता था, फिर पासवर्ड बताया जाता था. पैसा निकालने के बाद कार्ड वापस कर दिया जाता था.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 3:31 PM IST

  • भोपाल की तर्ज पर दिल्ली में भी हनी ट्रैप का खेल
  • विदेशी महिलाओं ने मालदार लोगों को फंसाया
  • दिल्ली/एनसीआर में सक्रिय हैं 5 गैंग
हाल ही में मध्य प्रदेश से आई हनी ट्रैप की खबरों ने सियासत से लेकर नौकरशाही और बिजनेस वर्ल्ड में सनसनी मचा दी थी. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भी कई गैंग सक्रिय हैं जो इसी तर्ज पर अमीर बिजनैसमैन, बिल्डर, डॉक्टर्स, आर्किटेक्ट, ज्वैलर्स, वकील को निशाना बनाते हैं और करोड़ों रुपये ऐंठते हैं. ये खुलासा मेल टुडे की एक रिपोर्ट में हुआ है. मेल टुडे ने दिल्ली-एनसीआर में चल रहे ऐसे पांच गैंग का खुलासा किया है.

जांच में पता चला है कि गैंग चलाने वाले  सुंदर और आकर्षक विदेशी महिलाओं को हायर करते थे. ये महिलाएं अलग-अलग किरदार निभाती थीं, जैसे कि कभी हाई वैल्यू प्रॉपर्टी खरीदार, कभी पेशेंट तो कभी मुकदमों से परेशान महिला. इसके बाद ये महिलाएं अमीर लोगों को निशाना बनाती थीं.

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निशाना बनाने से पहले गैंग देखता था कि शिकार के पास पैसा कितना है. फिर टारगेट सेट किया जाता था. अपने जाल में फंसे लोगों से पैसा ऐंठने के लिए ये लोग डेबिट कार्ड मांगते थे. इसके लिए एक जगह तय होती थी, वहां पर पीड़ित पक्ष अपना डेबिट कार्ड छोड़ देता था, फिर पासवर्ड बताया जाता था. पैसा निकालने के बाद कार्ड वापस कर दिया जाता था.

मेल टुडे ने ऐसे पांच गैंग का खुलासा किया है.

1. जहांगीर गैंग

इस गैंग ने दिल्ली में लगभग एक दर्जन लोगों को अपना शिकार बनाया और 2 करोड़ रुपये ऐंठे. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इसने डॉक्टर, होटल मालिक, आर्किटेक्ट, बेकरी मालिक, एसी शोरूम के मालिक, तीन रियल स्टेट डेवलपर्स और एक ट्रेवल एजेंट को अपना निशाना बनाया था.

जहांगीर गैंग ने पश्चिम एशिया की 25 साल की एक महिला को इस काम के लिए तैयार किया था. ये महिला एक डॉक्टर के पास पहुंची और उससे कथित तौर पर अपना इलाज करवाने लगी, एक दिन इलाज करवाने के बहाने महिला ने डॉक्टर को अपने घर बुला लिया. इस दौरान दोनों के बीच संबंध बन गए. महिला ने इस पूरे घटनाक्रम को रिकॉर्ड कर लिया था. दिल्ली पुलिस के स्पेशल के डीसीपी पी एस कुशवाह ने कहा कि कुछ दिन बाद डॉक्टर के मोबाइल पर एक क्लिप आई और उनसे 20 लाख रुपये की मांग की गई, उस वक्त डॉक्टर ने कुछ रुपये तो दे दिए, लेकिन आखिरकार इस डॉक्टर ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने इस मामले में दक्षिण दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन गैंग का सरगना जहांगीर उर्फ शेखू और डॉक्टर को ब्लैकमेल करने वाली महिला अभी भी फरार है.

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2.मिट्ठू गैंग

हनी ट्रैप के इस गैंग की 7 महिलाओं को दिल्ली पुलिस ने अप्रैल में गिरफ्तार किया था. ये गैंग दक्षिण दिल्ली के एक ज्वैलर को ब्लैकमेल कर रहा था और उससे 10 लाख रुपये वसूल चुका था. इस गैंग से पुलिस और कोर्ट का मामला सुलझाने के लिए एक कानूनी सलाहकार भी नियुक्त कर रखा था. ये गैंग एक वेब पोर्टल से अमीर लोगों के वित्तीय लेन-देन की जानकारी लेता फिर उन्हें अपना निशाना बनाता.

3. परमिंदर गैंग

ये गैंग 20 से 30 साल की लड़कियों/महिलाओं की भर्ती करता था. इसी साल मार्च में इसने 5 लोगों को अपने जाल में फांसा. इस गैंग से पीड़ित लोगों ने जब पुलिस में शिकायत की तो इसका भांडा फूटा.

4. रोहित गैंग

इस गैंग का खुलासा गुरुग्राम पुलिस ने किया था. पुलिस गैंग के सरगना रोहित और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया था. इस गैंग ने दिल्ली-एनसीआर में लगभग 3 दर्जन लोगों से 1.5 करोड़ रुपये ऐंठे थे. इस गैंग के शिकार एक शख्स ने कहा कि एक महिला से उसकी मुलाकात हुई थी. एक बार उसने उसे अपने घर पर बुलाया. यहां पर उसे नशे की दवाई ड्रिंक में मिलाकर दे दी गई. जब उसकी नींद खुली तो वो बिना कपड़ों के एक महिला के साथ था. गुरुग्राम पश्चिम के डीसीपी सुमेर सिंह ने कहा कि इस गैंग ने इससे 3 लाख रुपये मांगे. जब पीड़ित गैंग के लोगों को पैसा देने जा रहा था, तभी इसके गुर्गों को पुलिस ने पकड़ लिया.

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5. मुकेश गैंग

ये गैंग रोहिणी और बाहरी दिल्ली के दूसरे इलाकों में सक्रिय है. सूत्रों ने बताया कि इस गैंग में महिलाओं समेत 20 लोग हैं, जो लोगों को फंसाने का काम करती थीं. जब ये महिलाएं अपने शिकार के साथ होती थीं, इस दौरान धोखे से वीडियो बनाया जाता था. इसी दौरान गैंग के लोग छापा मारते थे और पीड़ित को रेप केस में फंसाने की धमकी देते थे. मुकेश और इस गैंग के लोग दिल्ली में 30 ऐसे केस में शामिल हैं.

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