
दिल्ली हिंसा के मामले में क्राइम ब्रांच बुधवार को दो और चार्जशीट दाखिल करने जा रही है. पहली चार्जशीट आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले से जुड़ा है. जबकि दूसरी चार्जशीट शिव विहार के राजधानी स्कूल में हिंसा से जुड़ी हुई है.
अंकित शर्मा मर्डर केस
आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या 25 फरवरी को खजूरी खास इलाके में आप पार्षद ताहिर हुसैन के घर के बाहर की गई थी. अंकित शर्मा की हत्या के बाद भीड़ ने उसके शरीर को बगल के ही एक नाले में डाल दिया था. अंकित शर्मा की बॉडी को अगले दिन नाले से निकाला गया था.
इस दौरान छत पर खड़े एक चश्मदीद ने अपने मोबाइल फोन से एक वीडियो रिकॉर्ड किया था. इस वीडियो में कुछ लोग डेड बॉडी को नाले में फेंकते हुए दिख रहे हैं. अंकित शर्मा के बॉडी की पोस्टमार्टम में उनके शरीर पर जख्म के 51 गहरे निशान मिले थे.
इस मामले में ताहिर हुसैन समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस का कहना है कि अंकित शर्मा की हत्या के पीछे एक साजिश थी, अंकित शर्मा इलाके का जाना-पहचाना चेहरा था. रिपोर्ट के मुताबिक ताहिर हुसैन की अगुवाई में आई एक भीड़ ने उस पर हमला किया था.
ताहिर हुसैन पर आरोप
दिल्ली पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला है कि ताहिर हुसैन ही वो मुख्य व्यक्ति था जो 24 और 25 फरवरी को भीड़ को उकसा रहा था. 24 फरवरी की हिंसा के मामले में उसके खिलाफ 2 जून को चार्जशीट दाखिल की गई है.
जांच के दौरान अंकित शर्मा की हत्या में इस्तेमाल खून से सना चाकू और खून से सने अंकित शर्मा के कपड़े बरामद कर लिए गए हैं. वारदात में इस्तेमाल किए गए एक और चाकू को भी बरामद कर लिया गया है. एक अलग मामले में ताहिर हुसैन की पिस्तौल को भी जब्त किया गया है.
राजधानी स्कूल फैजल फारूक केस
ये मामला शिव विहार में 24 फरवरी को राजधानी पब्लिक स्कूल के बाहर हुई हिंसा को लेकर है. राजधानी स्कूल के बगल में स्थित डीआरपी कॉन्वेंट पब्लिक स्कूल के मालिक और मैनेजर की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने ये केस दर्ज किया है.
आरोप है कि हिंसा में शामिल लोग स्कूल के अंदर जमा हो गए थे और स्कूल की छत से गोलियां चला रहे थे. ये लोग पेट्रोल बम, एसिड, ईंट, पत्थर छोड़ रहे थे, इसके लिए स्कूल की छत पर एक विशेष प्रकार का उपकरण (गुलेल) लगाया गया था.
पुलिस के मुताबिक हिंसा में शामिल लोग रस्सियों के सहारे नीचे उतरे इसके बाद ये लोग डीआरपी कॉन्वेंट स्कूल में गए और स्कूल को आग लगा दी, आरोप है कि इन लोगों ने स्कूल से कम्प्यूटर समेत और दूसरे कीमती सामान लूट लिया.
दिलबर नेगी की मिली थी लाश
पुलिस के आरोपों की फेहरिस्त के मुताबिक इन लोगों ने अनिल स्वीट्स से जुड़ी एक इमारत को भी जला दिया. पुलिस के मुताबिक इसी दौरान अनिल स्वीट्स का एक कर्मचारी दिलबर नेगी बिल्डिंग में फंस गया बाद में पुलिस ने उसकी जली हुई लाश को बरामद किया था.
इस मामले में पुलिस ने राजधानी स्कूल के मालिक फैसल फारूक समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान ये पता चला है कि फैसल फारूक ने साजिश रची और उसके निर्देश पर डीआरपी स्कूल, अनिल स्वीट्स और भीड़ ने जला दिया.
पुलिस ने अपने पक्ष में डीआरपी स्कूल और राजधानी स्कूल के गार्ड के बयान का जिक्र किया है. पुलिस का कहना है कि ये दोनों घटना के चश्मदीद हैं.