
उत्तर प्रदेश के बिजनौर के शेरकोट इलाके में स्थित एक मदरसे से बरामद हथियार के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस ने दावा कया है कि हथियारों की सप्लाई से जो पैसे आते थे उसी से मदरसे का संचालन होता था.
पुलिस ने बताया कि हथियारों की सप्लाई का यह कारोबार काफी समय से चल रहा था, पुलिस ने ‘मदरसा दारुल कुरआन हमीदया’ पर छापेमारी की और अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया. इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. पुलिस ने जानकारी दी कि हथियार लाने और बेचने का काम करने वाले दो लोग किसी तरह बचकर फरार हो गए हैं, जिनकी गंभीरता से तलाश जारी है.
पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि मदरसा दारुल कुरआन हमीदिया में कुछ संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं, जिसके आधार पर पुलिस ने मदरसे में छापा मारा और 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जिसमें फहीम अहमद, मदरसा संचालक मोहम्मद साजिद, अजीजर्रहमान, जफर इस्लाम सिकंदर अली और मोहम्मद साबिर जो बिहार के अररिया का रहने वाला है को मौके से पकड़ा है.
पुलिस के मुताबिक मदरसे में दवाई खाना चलाने वाले मदरसे के संचालक मोहम्मद साजिद के कमरे की जब तलाशी ली गई तो दवाई के डिब्बों के अंदर तीन तमंचे, 315 बोर, 25 कारतूस, एक पिस्टल और कई हथियारों समेत 6 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं. मदरसे से एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी भी बरामद हुई है. इस गाड़ी पर गुमराह करने के लिए एक धार्मिक स्लोगन भी लिखा हुआ था.
पुलिस के अनुसार पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया है कि वह लोग मदरसे में खर्च की जरूरत के हिसाब से शस्त्र खरीदने और बेचने का काम करते थे. गिरफ्तार आरोपियों से सेंट्रल जांच एजेंसी, आईबी और अन्य जांच एजेंसी पूछताछ कर रही हैं. दोनों फरार अभियुक्त आरिफ और उसका भाई आसिफ के पकड़े जाने पर भी कई खुलासे हो सकते हैं.
पुलिस ने पकड़े गए सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और उनके खिलाफ शस्त्र अधिनियम सहित अन्य धारा लगाकर चालान कर दिया गया है. पुलिस का कहना है कि मुखबिर सभी जगह पर तैनात हैं, ऐसे स्थलों पर नजर रखी जा रही है जहां भी संदिग्ध गतिविधियां होने की खबर मिलेगी.