
देश में जाली नोटों का कारोबार करने वाले तस्कर संजीव और अरविंद के पकड़े जाने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली करेंसी को नेपाल के रास्ते भारत लाने वाले शातिर को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को इस सिंडीकेट का अहम गुर्गा बताया जा रहा है.
हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संजीव और अरविंद नामक दो तस्करों को 6 लाख के जाली नोटों समेत गिरफ्तार कर लिया था. इनके पास से 100 रुपये के नकली नोट बरामद हुए थे. इसके बाद इन दोनों से लंबी पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए थे. जिसके बाद अखरूजमा नामक एक शख्स का नाम सामने आया था.
दिल्ली पुलिस ने आखिरकार को अखरूजमा को बिहार की राजधानी पटना से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की टीम उसे लेकर दिल्ली आ गई. आरोप है कि अखरूजमा ही देश में जाली नोटों को सर्कुलेट करने वाले सिंडीकेट को ऑपरेट करता है. संजीव और अरविंद की निशानदेही पर उसे गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस के मुताबिक अखरूजमा पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत में जाली नोटों का कारोबार कर रहा था. पिछले कई सालों से वह देश में जाली नोट सप्लाई कर रहा था. दिलचस्प बात तो ये है कि अखरूजमा जिस मॉड्यूल के लिए काम कर रहा था, वो नोटबंदी के बाद से 100 रुपये की करेंसी के जाली नोट ही भारत भेज रहा था.
वैसे तो सीमा पार से जाली नोटों का कारोबार करने वाले कई मॉड्यूल सक्रीय हैं, लेकिन खुद पुलिस का मानना है कि जिस मॉड्यूल के लिए अखरूजमा काम करता है, वह देश में खासा नेटवर्क बना चुका है. लिहाजा मुमकिन हैं कि उसके पकड़े जाने से इस सिंडीकेट के ऑपरेशन को खासा झटका लगा हो.
पुलिस के मुताबिक यह शख्स पिछले 5 सालों में लगभग 15 करोड़ रुपये के नकली नोट हिंदुस्तान में खपा चुका है. पुलिस अब इस शातिर से पूछताछ कर रही है. ताकि पुलिस को उसके नेटवर्क के बारे में सुराह मिल सके.