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हाई-प्रोफाइल ब्लैकमेलिंग कांड: खुद भी ठगी का शिकार हो चुकी है ब्लैकमेलर हसीना

जयपुर के हाई-प्रोफाइल ब्लैकमेलिंग कांड में एसओजी के हत्थे चढ़ी शिखा तिवाड़ी उर्फ डीजे अदा ने पूछताछ के दौरान एक बड़ा खुलासा किया है. दरअसल, अमीर लोगों को ब्लैकमेलिंग के जरिए ठगने वाली शिखा को उसी के ब्वॉयफ्रेंड ने ठगी का शिकार बना डाला था.

पुलिस लगातार शिखा तिवाड़ी उर्फ डीजे अदा से पूछताछ कर रही है पुलिस लगातार शिखा तिवाड़ी उर्फ डीजे अदा से पूछताछ कर रही है
परवेज़ सागर
  • नई दिल्ली,
  • 22 मई 2017,
  • अपडेटेड 7:57 PM IST

जयपुर के हाई-प्रोफाइल ब्लैकमेलिंग कांड में एसओजी के हत्थे चढ़ी शिखा तिवाड़ी उर्फ डीजे अदा ने पूछताछ के दौरान एक बड़ा खुलासा किया है. दरअसल, अमीर लोगों को ब्लैकमेलिंग के जरिए ठगने वाली शिखा को उसी के ब्वॉयफ्रेंड ने ठगी का शिकार बना डाला था.

ब्लैकमेलिंग के पैसे से शिखा तिवाड़ी ने मुंबई में अपना डीजे बनाया था और वह खुद डीजे अदा के नाम से वहां काम कर रही थी. इसी तरह से वह लगभग 6 माह तक पुलिस को चकमा देती रही. बाद में शिखा को जयपुर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने मुंबई के एक पब से गिरफ्तार किया कर लिया था.

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उसकी गिरफ्तारी फेसबुक लाइव करने की वजह से हुई थी. शिखा ने एक डॉक्टर को ब्लैकमेल कर एक करोड़ रुपये वसूले थे. इसके बाद वह गायब हो गई थी लेकिन जैसे ही उसने मुंबई से एक फेसबुक लाइव किया, एसओजी को उसकी लोकेशन पता चल गई थी.

एसओजी के एडीजी उमेश मिश्रा ने बताया कि उनकी टीम ने एक पब से आरोपी लड़की को डीजे में म्यूजिक बजाते हुए पकड़ा है. 21 साल की शिखा तिवाड़ी ने पुलिस की पकड़ में आने के बाद बताया कि ये ब्लैकमेलर हसीना खुद भी ठगी की शिकार हो गई थी. एसओजी के मुताबिक इस ब्लैकमेलिंग गैंग का पर्दाफाश होने के बाद शिखा जयपुर से फरार हो गई थी.

पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी. शिखा डीजे अदा के नाम से मुंबई काम करने लगी थी. लेकिन उसे हर वक्त पुलिस का डर बना रहता था. लिहाजा वो अपनी पहचान को छिपा कर रखती थी. इसी दौरान शिखा के ब्वॉयफ्रेंड ने उसे उसके एक जानकर दोस्त से मिलवाया. जो कि एक इवेंट मैनेजर है.

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शिखा के ब्वॉयफ्रेंड ने उसे बताया कि उसके दोस्त के राजस्थान पुलिस में अच्छे संपर्क हैं. वह उसका नाम इस केस से हटवा सकता है. शिखा अपने ब्वॉयफ्रेंड की बातों में आ गई. उसने इस केस से पीछा छुड़ाने के लिए उस शख्स को करीब तीन लाख रुपये दे दिए. लेकिन कुछ दिन बाद शिखा को पता चला कि उसका नाम केस में पहले की तरह मौजूद है और पुलिस उसे तलाश कर रही है.

इस घटना के बाद उसे पता चला कि उसके ब्वॉयफ्रेंड ने अपने दोस्त के साथ मिलकर उसे चूना लगाया था. सच्चाई सामने आने के बाद से ही वो दोनों शख्स गायब हो गए. शिखा को उनके बारे में फिर कोई जानकारी नहीं मिल पाई. इस तरह से दूसरों को चूना लगाने वाली शिखा खुद भी ठगी का शिकार हो गई.

गौरतलब है कि इस ब्लैकमेलिंग गैंग से जुड़ी 6 लड़कियां गिरफ्तार हो चुकी हैं. अभी तक इस रैकेट में शामिल कुल 32 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. जयपुर एसओजी ने अब तक 20 करोड़ के रैकेट का खुलासा किया है. फिलहाल इस मामले में एसओजी जल्द ही कुछ और लोगों को गिरफ्तार कर सकती है.

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