
जयपुर के नाहरगढ़ किले में मंगलवार को फिर से पत्थरों पर वही नारे लिखे मिले, जो चेतन सैनी की लटकती लाश के पास पत्थरों पर लिखे थे. दोबारा पत्थरों पर वही नारे लिखे मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. सोशल मीडिया पर जल्द ही यह खबर फैलने लगी, जिसे देखते हुए पुलिस को सफाई देनी पड़ी.
सोशल मीडिया पर फैल रही खबर के चलते सांप्रदायिक माहौल खरीब होने की आशंका के बीच पुलिस ने सफाई दी कि चेतन की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए फिर से पूरा सीन दोहराया गया. सीन रीक्रिएशन के दौरान फिर से वह सारे नारे लिखे गए थे, जिनमें से कुछ नारे पुलिस मिटाना भूल गई.
पुलिस ने रविवार को नाहरगढ़ किले पर फिर से चेतन सैनी की मौत के सारे दृश्य को दोहराया. उसी दौरान चेतन सैनी की लाश के पास लिखे मिले 35 नारों को भी दोहराया गया. लेकिन इनमें से दो नारों को मिटाना भूल गए.
फिर क्या था सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने लगी कि चेतन सैनी का हत्यारा एकबार फिर किले पर पहुंचकर हिंदूओं के खिलाफ नारे लिख रहा है. इस पर मचे बवाल के बीच जयपुर के एडिशनल कमिश्नर ने कहा कि हम रविवार को डेमो कर क्राईम सीन को रीक्रिएट कर रहे थे. उसी दौरान ये नारे मिटाने से रह गए थे. लेकिन मीडिया की नासमझी की वजह से सनसनी फैल गई.
राजस्थान के गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस एक-एक पहलू की जांच कर रही है और जल्द ही सच सामने आ जाएगा. सभी सामान बरामद कर एफएसएल के लिए भेज दिया गया है, जिसकी जांच हो रही है. उधर एफएसएल के निदेशक बीबीएल अरोड़ा ने कहा कि अब तक उनके पास एफएसएल जांच की रिक्वेस्ट नहीं पहुंची है.
वहीं पुलिस चेतन सैनी की मौत को आत्महत्या मानकर चल रही है. इस संबंध में उसने चेतन सैनी की एक नई तस्वीर शेयर की है, जिसमें नाहरगढ़ जाते वक्त चेतन सैनी के स्वेटर के नीचे का और पीठ का कुछ हिस्सा उभरा दिख रहा है. पुलिस का कहना है कि इस तस्वीर से लग रहा है कि चेतन सैनी छिपाकर रस्सी ले जा रहा है, जिससे उसकी लाश लटकती मिली थी.
हालांकि चेतन का परिवार हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहा है. बताते चलें कि शुक्रवार को नाहरगढ़ किले से चेतन सैनी की लाश रस्सी से लटकती मिली थी. लाश के पास पत्थरों पर ढेरों नारे लिखे हुए थे, जिनमें से कुछ में पद्मावती का जिक्र था. शुरुआत में नारों से लगा कि पद्मावती का विरोध करने वालों ने चेतन की हत्या कर उसे वहां लटका दिया है. हालांकि बाद में घटना के पद्मावती से संबद्ध न होने की बात सामने आई.