Advertisement

J-K: आतंकियों की बर्बरता, अपहरण के बाद पुलवामा के जंगल में की एक शख्स की हत्या

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सोमवार को आतंकियों ने जंगल से घुमंतू गुज्जर समुदाय के दो लोगों का अपहरण कर लिया. बाद में आतंकियों ने एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी. दूसरे की तलाश जारी है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
कमलजीत संधू
  • श्रीनगर,
  • 27 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 10:12 AM IST

जम्मू-कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले के बाद आतंकियों ने पहली बार किसी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. पुलवामा में सोमवार को आतंकियों ने जंगल से घुमंतू गुज्जर समुदाय के दो लोगों का अपहरण कर लिया. बाद में आतंकियों ने एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी. सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद नृशंस हत्या की पहली ऐसी घटना है. पुलिस के अनुसार संदिग्ध आतंकियों ने पुलवामा जिले के जंगल क्षेत्र में घुमंतू गुज्जर समुदाय के 2 लोगों का अपहरण कर लिया, जिसमें से बाद में एक की हत्या कर दी गई.

Advertisement

जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, पुलवामा जिले के त्राल सेक्टर में शाम साढ़े 7 बजे एक अस्थायी आश्रयगृह 'ढोक' से अज्ञात हथियारबंद लोगों ने राजौरी जिले के अब्दुल कादिर कोहली और श्रीनगर के खोनमोह क्षेत्र के मंजूर अहमद का अपहरण कर लिया. उन्होंने आगे कहा कि काफी समय तक सर्च करने के बाद पुलिस को अब्दुल कादिर कोहली का शरीर गोलियां से छलनी मिला, जबकि रिस्क्यू टीम दूसरे अपहृत शख्स की तलाश में जुटी हुई है.

भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की ओर से इस महीने की 5 तारीख को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने और राज्य के बंटवारे के बाद यह पहली आतंकी घटना है.

सरकार के फैसले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. हालांकि फैसले के 22 दिन गुजर जाने के बाद प्रशासन वहां के हालात सामान्य करने की कवायद में जुटा हुआ है.

Advertisement

इससे पहले 20 अगस्त को लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकी और पुलिस अफसर मारे गए थे, जबकि 15 अगस्त को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच बारामुला जिले में पहली एनकाउंटर में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर घायल हो गया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement