
झारखंड की एक अदालत ने पिछले साल कथित तौर पर गोमांस का कारोबार करने के आरोप में एक मुस्लिम व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दिए जाने के मामले में शुक्रवार को 11 लोगों को दोषी करार दिया है. अदालत अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या के दोषी पाए गए इन 11 कथित गोरक्षकों को 21 मार्च को सजा सुनाएगी.
रामगढ़ एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज ओम प्रकाश द्वारा दोषी करार दिए गए 11 गोरक्षकों में एक नाबालिग भी है, जबकि एक स्थानीय बीजेपी नेता भी शामिल है. झारखंड के रामगढ़ में बीते वर्ष 29 जून को गाड़ी में भरकर गोमांस ले जाने का आरोप लगाकर कथित गोरक्षकों ने पीट-पीटकर अलीमुद्दीन अंसारी की हत्या कर दी थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले में अपर लोक अभियोजक एसके शुक्ला ने सरकार की ओर से आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में गवाह, सबूत और दस्तावेज पेश किए. महज आठ माह 17 दिन में कोर्ट ने सुनवाई पूरी की. इस मामले में छोटू वर्मा, दीपक मिश्रा और संतोष सिंह मुख्य आरोपी थे.
मुख्य आरोपियों के अलावा स्थानीय भाजपा नेता नित्यानंद महतो, विक्की साव, सिकंदर राम, उत्तम राम, विक्रम प्रसाद, राजू कुमार, रोहित ठाकुर, और कपिल ठाकुर को कोर्ट ने धारा 147, 148, 427/149, 135/149, 302/149 के तहत दोषी करार दिया. इसमें तीनों मुख्य आरोपी को धारा 120 (बी) के तहत भी दोषी पाया गया है.
सभी आरोपियों के खिलाफ मजमा लगाकर दंगा भड़काने, मारपीट, आगजनी और हत्या का दोष साबित हुआ है. मुख्य आरोपी को घटना का मुख्य साजिशकर्ता पाया गया. इसके अलावा दोषी करार दिए गए नाबालिग का केस जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के हवाले कर दिया गया है.
हालांकि अपर लोक अभियोजक ने दलील दी कि उसकी उम्र भी 16 वर्ष से ज्यादा है, इसलिए उसके खिलाफ भी दूसरे आरोपियों की तरह ही कार्रवाई की जाए. इस मामले में कुल 19 लोगों को बतौर गवाह पेश किया गया. इसमें चार गवाह मुकर गए, जबकि 15 ने आरोपियों के खिलाफ गवाही दी.
इसके अलावा घटना के समय बनाया गया वीडियो, फोटो के अलावा बरामद अन्य सामग्रियों को भी कोर्ट में पेश किया गया. कथित तौर पर यह देश का पहला ऐसा केस है, जिसमें गोरक्षकों द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के पहले मामले में किसी को दोषी करार दिया गया है.
यह था पूरा मामला
झारखंड के रामगढ़ में 29 जून 2017 को कथित गोरक्षकों ने गोमांस ले जाने के शक में एक वैन ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या कर दी. एक मारुति वैन से बड़ी मात्रा में मांस लेकर कुछ लोग चितरपुर से नई सराय जा रहे थे. इस बीच रामगढ़ बाजार टांड के पास बजरंग दल और गोरक्षा समिति के लोगों ने इस गाड़ी को रोक कर मांस को सड़क पर फेंक दिया. कथित गोरक्षकों ने गाड़ी को आग के हवाले कर दिया, वहीं ड्राइवर अलीमुद्दीन को बुरी तरह से पीटा, जिसने रांची के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था.