
गैंगस्टर विकास दुबे के खात्मे के बाद यूपी पुलिस अब अन्य माफियाओं की तलाश में जुटी है. 2.5 लाख रुपये का फरार इनामी बदमाश बदन सिंह बद्दो, यूपी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. यूपी का कुख्यात अपराधी और उम्रकैद की सजा पा चुका बदन सिंह उर्फ बद्दो पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था. यूपी पुलिस ने अब इस मामले में मुकेश गुप्ता समेत 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
इन सभी लोगों पर बद्दो को भगाने में मदद करने का आरोप है. साल 1996 में जब बदन सिंह ने एक वकील का मर्डर किया था तो मामला खूब गरमा गया था. साल 2017 में अदालत ने इसी मामले में बद्दो को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.
बदन सिंह को पकड़ कर जेल में डाल दिया गया. हालांकि इस दौरान उसने अदालत में कई बार पैरोल के लिए गुहार लगाई. लेकिन अदालत ने उसके संगीन अपराधों को देखते हुए पैरोल देने से मना कर दिया. तब बदन ने जेल से भागने की योजना बनाई. मार्च-2019 में उसने योजना को अमली जामा पहनाया.
बदन सिंह, फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में सजा काट रहा था. उसे एक मामले में गाजियाबाद की अदालत में पेश किया जाना था. पुलिस अभिरक्षा में उसे गाजियाबाद लाया गया. 28 मार्च 2019 को पेशी के बाद उसने अपनी अभिरक्षा में आए पुलिसवालों को मेरठ होकर जाने के लिए राजी कर लिया. पुलिस टीम उसे लेकर मेरठ के मुकुट महल होटल पहुंची. इस होटल में बदन सिंह का भी शेयर था.
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होटल में सभी पुलिस वालों की जमकर खातिरदारी हुई. उन्हें खाने के साथ-साथ शराब भी परोसी गई. टीम में शामिल आधा दर्जन पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत हो गए. बद्दो ने मौके का फायदा उठाया और वहां पहले से मौजूद एक काली लग्जरी कार में बैठकर फरार हो गया. पुलिस को तब से ही उसका कोई सुराग नहीं मिला है.
पुलिस को जानकारी मिली है कि बद्दो अपने बेटे टोनी के साथ नेपाल के रास्ते मलेशिया पहुंच गया है. बदन सिंह इंटरनेट कॉल के जरिए हर महीने मेरठ, दिल्ली और एनसीआर के लोगों से भी बातचीत करता है. बाप-बेटे की तलाश में पुलिस की चार टीमें लगा दी गई हैं. बद्दो, जिन लोगों को इंटरनेट कॉल करता है सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
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50 वर्षीय बद्दो पर 40 से अधिक मामले दर्ज हैं. जिसमें तीन से चार मामले हत्या के हैं. बेल पर रिहा होने के बाद बदन सिंह ने साल 2011 में जिला पंचायत के सदस्य संजय गुज्जर की हत्या की थी और 2012 में DEN केबल नेटवर्क मैनेजर पवित्र मैत्रेय का मर्डर किया था.
बद्दो, शुरुआती समय में निजी वाहनों और कॉमर्शियल ट्रक में ड्राइविंग का काम करता था. आगे चलकर उसने खुद का ट्रांसपोर्ट शुरू कर लिया. 1980 के दौर में वो मेरठ का छोटा-मोटा बदमाश हुआ करता था और यूपी बॉर्डर पर शराब की तस्करी करता था. साल 1996 में जब बद्दो ने वकील की हत्या की तब तक वो पश्चिमी यूपी के क्राइम नेटवर्क का हिस्सा बन चुका था.
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बद्दो पर 1988 में पहली बार हत्या का केस दर्ज हुआ था, जब उसने दिनदहाड़े मेरठ के गुदरी बाजार कोतवाली में राजकुमार नाम के एक शख्स की हत्या कर दी थी.