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बिहार से अगवा 8 साल की बच्ची 6 घंटे के अंदर पश्चिम बंगाल से बरामद

बिहार के पूर्णिया जिले से सोमवार को अगवा आठ साल की नव्या को पुलिस ने पश्चिम बंगाल-बिहार की सीमा से सकुशल बरामद कर लिया. इस मामले में पूर्णिया से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

बिहार के पूर्णिया जिले में हुई वारदात बिहार के पूर्णिया जिले में हुई वारदात
मुकेश कुमार/रोहित कुमार सिंह
  • पटना,
  • 08 मई 2018,
  • अपडेटेड 11:57 AM IST

बिहार के पूर्णिया जिले से सोमवार को अगवा आठ साल की नव्या को पुलिस ने पश्चिम बंगाल-बिहार की सीमा से सकुशल बरामद कर लिया. इस मामले में पूर्णिया से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अपहरण के महज 6 घंटे के अंदर मासूम बच्ची को बचा लेने वाली पुलिस की टीम की हर कोई तारीफ कर रहा है.

पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने बताया कि सूचना के आधार पर नव्या को पश्चिम बंगाल और बिहार सीमा से सटे हटवार के पास से सोमवार देर शाम बरामद किया गया. इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी पहचान बलराम, मो. सहराब उर्फ चांद, मो. अफजल और मो. रुस्तम उर्फ सद्दाम के रूप में हुई है.

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उन्होंने बताया कि वारदात में प्रयोग किए गए दो वाहनों और दो हथियारों को भी जब्त किया गया है. सभी गिरफ्तार आरोपी सदर थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं. अपहरण किस उद्देश्य किया गया था, इसकी वास्तविकता पता नहीं चल पाई है, लेकिन कहा जा रहा है कि नव्या के पिता बड़े बिजनेसमैन है, हो सकता है कि फिरौती के लिए अपहरण हुआ हो.

नव्या के पिता ने कहा कि उनकी किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है. ऐसे में समझ में नहीं आ रहा है कि अपराधियों ने यह घटना को अंजाम क्यों दिया? एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि एक छोटी बच्ची रोते हुए एक चाय दुकान तक पहुंची. उसने अपना पता पूर्णिया के सनौली बताया. फिर चायवाले ने उसके परिजनों को फोन किया था.

जानकारी के अनुसार, जिले सनौली चौक निवासी व्यापारी सुरेंद्र बिनाकिया की आठ साल की बेटी नव्या सोमवार को अपने स्कूल की बस से उतरकर घर की तरफ जा रही थी, तभी पीछे से आई एक कार पर सवार अपहर्ताओं ने नव्या को जबरन उठा लिया और उसे लेकर फरार हो गए. नव्या इलाके के एक निजी स्कूल की छात्रा है.

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बताया जा रहा है कि अपहर्ताओं ने जिस सनौली चौक पर इस घटना को अंजाम दिया, वह भीड़भाड़ वाला इलाका है, लेकिन किसी ने इस घटना का विरोध नहीं किया. पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने खुद घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों से जानकारी ली थी. उन्होंने दावा किया था कि जल्द ही बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा.

बताते चलें कि बिहार में एक वक्त अपहरण उद्योग बन चुका था. पूरे देश में लोग बिहार के नाम डरने लगे थे. इस पर कई हिन्दी फिल्में भी बन चुकी हैं. अजय देवगन अभिनीत फिल्म अपहरण सुर्खियों में रही थी. कुछ महीने पहले समस्तीपुर में नाबालिग लड़की के उसके घर में घुसकर अपहरण किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था.

हथियारबंद बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. इसमें लड़की के भाई को गंभीर चोट लगी थी. लोगों ने दो आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, लेकिन पुलिस की लापरवाही से नाराज होकर एनएच जाम कर दिया था. समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना क्षेत्र के राजखंड में देर रात 6 हथियारबंद बदमाशों ने हरेंद्र सिंह के घर धावा बोला था.

हथियार के बल पर उनकी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया. इस बीच घटना का विरोध करने पर लड़की के भाई को पिस्टल के बट से सिर पर वार कर घायल कर दिया. लोगों ने बदमाशों का पीछा किया. पीड़िता के भाई ने बहादुरी दिखाते हुए अपराधियों के पीछे दौड़ पड़ा. उसने दो अपराधियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था.

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