
#MeToo कैंपेन के तहत यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने मानहानि का मामला दर्ज कराया है, जिसकी सुनवाई 18 अक्टूबर तक के लिए टल गई है. मंगलवार को पूरे दिन के सस्पेंस और उठापटक के बाद शाम होते-होते आखिर तस्वीर साफ हो ही गई. केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर की तरफ से दायर मानहानि याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट के चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दीपक सहरावत ने 18 अक्टूबर को सुनवाई की तारीख तय कर दी है.
इस मामले को लेकर एमजे अकबर के वकील मंगलवार सुबह से ही पटियाला हाउस कोर्ट में मौजूद रहे. मंगलवार सुबह पहले वकीलों की तरफ से मीडिया को बताया गया कि वो 12:00 बजे कोर्ट के सामने पेश होकर इस मामले की आज की सुनवाई की मांग करेंगे. इसके बाद वकीलों ने कहा कि अभी वो एमजे अकबर की तरफ से कुछ इंस्ट्रक्शंस का इंतजार कर रहे है और 2:00 बजे इस मामले में कोर्ट के सामने पेश होंगे.
हालांकि एमजे अकबर के वकील पूरे दिन जो कुछ मीडिया को बताते रहे शाम होने तक वैसा कुछ नहीं हुआ. दरअसल, एमजे अकबर के वकील मामले को मंगलवार को ही सुनवाई के लिए कोर्ट में लगवाने की बात कर रहे थे, जिससे मामले की जल्द सुनवाई हो सके. हालांकि जब 2:00 बजे के बाद भी एमजे अकबर के वकील कोर्ट रूम नहीं पहुंचे, तो मामले की सुनवाई को 18 अक्टूबर तक के लिए टाल दिया गया.
इस बीच एमजे अकबर से जुड़े कुछ लोगों का कहना था कि प्रिया रमानी के अलावा यौन शोषण के आरोप लगाने वाली कुछ और महिलाओं पर भी अकबर मानहानि का केस करने की सोच रहे हैं. बता दें कि सोमवार को ही एमजे अकबर की तरफ से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा पटियाला हाउस कोर्ट में दायर किया गया.
तकरीबन दर्जनभर महिलाओं ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि वरिष्ठ पत्रकार और विदेश मंत्री एमजे अकबर ने एडिटर रहते हुए उनका यौन शोषण किया. हालांकि एमजे अकबर ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये सभी आरोप दुर्भावना से प्रेरित हैं. ये आरोप लगाकर उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है.