
धर्मपरिवर्तन के आरोप में कानपुर में मुस्लिम युवक के साथ मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में पुलिस ने मुस्लिम युवक से मारपीट को लेकर 5 नामजद समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इतना ही नहीं पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया. हालांकि, इस गिरफ्तारी के विरोध में हिंदू संगठन डीसीपी कार्यालय के बाहर धरना देने पहुंच गए.
दरअसल, पुलिस कमिश्नर ने गुरुवार को मुस्लिम युवक की पिटाई के मामले में अजय, अमन और राहुल की गिरफ्तारी की जानकारी दी. गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने डीसीपी रवीना त्यागी के ऑफिस का घेराव कर लिया. इतना ही नहीं इन लोगों ने डीसीपी ऑफिस में हनुमान चालीसा का पाठ भी किया.
मुस्लिम युवक पर भी हो कार्रवाई
बजरंग दल कार्यकर्ताओं की मांग है कि उनके कार्यकर्ताओं को छोड़ा जाए. साथ ही मुस्लिम युवक द्वारा हिंदू लड़की को छेड़ने के मामले में कार्रवाई की जाए. इस मामले में पहले से केस दर्ज है. पुलिस से उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपना धरना खत्म किया.
पुलिस ने कहा, हमने मारपीट में शामिल तीन लड़कों को गिरफ्तार किया है. इन पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने कहा, मामले की जांच चल रही है. पूरी जानकारी जांच के बाद दी जाएगी.
आपसी विवाद को दिया गया धार्मिक रंग
कानपुर विवाद पर सुन्नी धर्मगुरु एवं प्रवक्ता दारुल उलूम फरंगी महली लखनऊ के मौलाना सुफियान निज़ामी ने कहा, देखिए कानपुर में जिस तरीके से आपसी विवाद को धार्मिक रंग देने की कोशिश की गई है, जाहिर सी बात है इसका कारण, सिर्फ और सिर्फ दूसरे पक्ष का मुसलमान होना है. इस तरीके की घटना हिंदुस्तान में आपको देखने को मिलेंगे कि कहीं भारत माता के नाम पर, आतंकवाद फैलाने की कोशिश की जाती है तो कहीं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम पर आतंकवाद फैलाया जाता है.
उन्होंने कहा, मेरा यह मानना है कि,अगर इन दंगाइयों पर जो मजलूमों और गरीबों पर अत्याचार करते हैं, अगर सरकार की तरफ से कार्रवाई करते हुए एक क्लियर कट मैसेज चला जाए इन लोगों के पास तो इस तरीके की घटना आगे से नहीं होगी साथ ही साथ, ऐसे लोगों की हिम्मत भी टूटेगी और आगे से ऐसा कुछ नहीं करेंगे. लेकिन अफसोस इस बात का होता है, जब पुलिस उनकी गिरफ्तारी करती हैं और कार्रवाई करती है, तो यही लोग पुलिस कार्यालय के बाहर धरना देने लगते हैं. मेरा यही मानना है कि,जब तक इन लोगों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, यह लोग ऐसे ही मजलूमों और मुसलमानों पर जुल्म और जाति करते रहेंगे.
क्या है मामला?
कानपुर के बर्रा इलाके की रहने वाली एक दलित महिला ने आरोप लगाया था कि उनके पड़ोस में रहने वाला मुस्लिम युवक अफ्तार अहमद उसका धर्म परिवर्तन कराना चाहता है. वह इसके लिए उसे बीस हजार रुपये का लालच भी दे रहा है. महिला ने इस बात की शिकायत बर्रा थाने से लेकर पुलिस अधिकारियों तक से की थी. लेकिन महिला का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.
बाद में उस महिला ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से शिकायत की. जिसके चलते बजरंग दल के कार्यकर्ता एक साथ मुस्लिम युवक के घर पर पहुंच गए. वे सब युवक को उसके घर से बाहर निकाल लाए और उसकी जमकर पिटाई की.
ये लोग इस मुस्लिम उसको मारते हुए सड़क पर लाए और जबरन जय श्री राम के नारे लगवाए. तब तक पुलिस भी वहां पहुंच चुकी थी. इस मामले में हंगामा होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है.