
यूपी के बांदा जिले के कमासिन विकास खंड कार्यालय में तैनात सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) ने शनिवार को आत्महत्या कर ली. एडीओ द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने एक पूर्व ग्राम प्रधान सहित चार लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज किया है.
पुलिस अधीक्षक शालिनी ने बताया कि जिले के कमासिन विकास खंड़ कार्यालय परिसर में बने अपने सरकारी आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या करने से पहले सहायक विकास अधिकारी (एडीओ) लालमणि यादव (52) ने जिलाधिकारी को संबोधित एक सुसाइड नोट लिखा था, जो पुलिस को मिल गया है.
उन्होंने बताया कि मृत्यु से पहले एडीओ ने सहकारी समितियों की मतदाता में कमासिन कस्बा निवासी सुशील, मुसीवां गांव निवासी राकेश, पछौंहा गांव निवासी कृष्णदेव और पन्नाह गांव के पूर्व ग्राम प्रधान अंजनी कुमार द्वारा फर्जी मतदाता दर्ज करने के दबाव डालने का जिक्र किया है.
एसपी ने बताया कि इसी सुसाइड नोट के आधार पर सभी चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा-306 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. मृतक एडीओ के बेटे पवन कुमार ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कहा है कि उनके पिता की हत्या की गई है.
पवन के मुताबिक, खाना बनाने, खाने के जूठे बर्तन और शव का बिस्तर में घिसटे होने से आत्महत्या नहीं प्रतीत होती है, गलत काम न करने पर पिता की हत्या की गई है और उसे आत्महत्या का रूप दिया गया है. इस लिहाज से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए.