
पटना पुलिस लाइन में प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों के द्वारा शुक्रवार को गई हिंसा और उत्पात मचाने के मामले में फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई. आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है.
पटना एसएसपी मनु महाराज ने आजतक को बताया कि पुलिस फिलहाल सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर दोषी प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों की पहचान कर रही है. पुलिसकर्मियों की पहचान के बाद उनके बयान दर्ज कराए जाएंगे. मनु महाराज ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है और इसलिए किसी भी जिम्मेदार पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी कार्रवाई होगी.
आला अधिकारियों पर भी जानलेवा हमला
पुलिस लाइन की घटना में करीब 400 प्रशिक्षु पुलिसकर्मी शामिल थे जिसमें से ज्यादातर महिलाएं थीं. इन्होंने पुलिस लाइन के अंदर और बाहर जमकर उत्पात मचाया और अपने आला अधिकारियों पर भी जानलेवा हमला किया. प्रशिक्षु पुलिसकर्मियों ने पुलिस लाइन के डीएसपी और सार्जेंट मेजर मोहम्मद मसलउद्दीन को भी जान से मारने की कोशिश की. साथ ही तीन पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण, पूर्वी पटना और पश्चिमी पटना के साथ भी हाथापाई की थी.
पटना पुलिस लाइन में 700 प्रशिक्षु पुलिसकर्मी
गौरतलब है कि पटना पुलिस लाइन में 700 प्रशिक्षु पुलिसकर्मी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पूरे मामले में डीजे के.एस द्विवेदी से विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी है. फिलहाल इस पूरी घटना की जांच पटना डीआईजी राजेश कुमार कर रहे हैं.