
नोएडा पुलिस ने कार चोरों के एक ऐसे शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है जो कबाड़ हो चुकी गाड़ियों को नया जन्म दे दिया करते थे. पुलिस के मुताबिक ये लोग कबाड़ हो चुकी पुरानी गाड़ियों को खरीदते थे, फिर उसी मॉडल की गाड़ी ये चोरी करते थे, फिर चोरी की गाड़ी पर कबाड़ गाड़ी का चेसिस नंबर और नंबर प्लेट लगा कर खुले बाजार में बेच देते.
सबसे बड़ी बात कि न तो किसी को शक होता और न ही पकड़े जाने का डर था. इस तरह चोरी की गाड़ी बाजार के दाम पर बेची जाती थी. ये शातिर चोर गाड़ियों को नॉर्थईस्ट के राज्यों में बेचा करते थे, जबकि चोरी दिल्ली और एनसीआर में करते थे. ऐसे में इनके पकड़े जाने की संभावना बहुत कम हो जाती थी.
ये शातिर चोर आसानी से पुलिस की पकड़ में आते भी नहीं लेकिन पुलिस के एक मुखबिर को इस गैंग के काम करने का तरीका पता चल गया. फिर उसी ने पुलिस को ये भी बताया कि चोर किस तरह से कहां से गाड़ी चोरी करते हैं. बाद में पुलिस ने गैंग के दो बदमाशों को गाड़ी चोरी करते वक्त रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. पकड़ में आए बदमाशों के नाम समीर और मनीष हैं जबकि तीन बदमाश अभी फरार हैं.
पुलिस का कहना है कि ये गैंग अब तक 50 से ज्यादा गाड़ियों को चोरी कर बेच चुका है. पूछताछ में पता लगा कि ये बदमाश कुछ समय में ही गाड़ी का रंगरूप बदल देते थे. सबसे पहले तो मैगनेट लगे नंबर प्लेट को कार के नंबर प्लेट पर चिपका देते. इसके बाद कार पर ये तुरंत स्टीकर लगा देते ताकि मालिक भी सामने आ जाए तो अपनी गाड़ी ना पहचान सके.