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नोएडा: सो रही मासूम बच्ची को आवारा कुत्तों ने किया जख्मी

सोती हुई बच्ची को टेबल से खींच ले गए आवारा कुत्ते, नोच-नोच कर खाने लगे और उसे बुरी तरह घायल कर दिया. सोसाइटी के लोगों में बिल्डर के खिलाफ भारी आक्रोश है.

आवारा कुत्तों ने किया मासूम बच्ची पर हमला आवारा कुत्तों ने किया मासूम बच्ची पर हमला
तनसीम हैदर/आशुतोष कुमार मौर्य
  • नोएडा,
  • 02 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 11:43 PM IST

दिल्ली से सटे नोएडा में एक मासूम बच्ची को सोसाइटी में गार्ड न रखने का गंभीर परिणाम भुगतना पड़ा. सो रही मासूम बच्ची को आवारा कुत्ते खींच ले गए और गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की जान को कोई खतरा नहीं है.

बच्ची के माता-पिता गरीब हैं. सोसाइटी के लोग चंदा इकट्ठा कर बच्ची का इलाज करवा रहे हैं. सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने घटना के बाद सोसाइटी के बिल्डर पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि सिक्योरिटी के नाम पर बिल्डर सिर्फ पैसा वसूल रहे हैं, लेकिन एक भी सिक्योरिटी गार्ड नियुक्त नहीं किया गया है.

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घटना नोएडा के सेक्टर 100 में स्थित लोटस बुलवर्ड सोसाइटी की है. बच्ची का पिता दिनेश सोसाइटी में लोगों के कपड़े प्रेस कर गुजारा करता है. वह हाल ही में गांव से अपनी 6 वर्षीय मासूम बच्ची को यहां लाया था. दिनेश अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ नोएडा के सलारपुर गांव में रहता है. पत्नी इसी सोसाइटी में घरों में काम करती है.

दिनेश कपड़ों पर प्रेस करने के अलावा सोसाइटी में रहने वाले लोगों की गाड़ियां भी साफ करता है. सुबह-सुबह दोनों पति-पत्नी काम पर निकले तो बच्ची को भी साथ ले आए और रोज की तरह टेबल पर बेटी माही को सुला दिया. मां काम पर निकल गई और पिता पास में ही गाड़ियां साफ करने लगा.

इतनी ही देर में वहां 4-5 कुत्ते आ गए और सोती हुई माही को टेबल से खींच ले गए. कुत्ते मासूम बच्ची को नोच-नोच कर खाने लगे और उसे बुरी तरह घायल कर दिया. गनीमत रही कि पास से गुजर रहे एक व्यक्ति ने बच्ची की चीख-पुकार सुनी तो देखा आवारा कुत्ते माही को बुरी तरह नोच-नोचकर खा रहे थे.

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उस व्यक्ति ने अपनी जान की परवाह किए बगैर कुत्तों से माही को छुड़ाया और सोसाइटी के लोगों को आवाज लगाई. आनन-फानन में बच्ची को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. दिनेश की तंग आर्थिक हालत को देखते हुए सोसाइटी वालों ने माही के इलाज के लिए चंदा इकट्ठा किया.

लोगों ने मासूम बच्ची के इलाज के लिए 1.10 लाख रुपए इकट्ठा किए और जरूरत पड़ने पर पूरा सहयोग देने का आश्वासन भी दिया. वहीं सोसाइटी के लोगों में बिल्डर के खिलाफ भारी आक्रोश है. उनका कहना है कि सिक्योरिटी के नाम पर बिल्डर उनसे पैसे तो वसूल रहा है, लेकिन उन पैसों को वह अपने दूसरे प्रोजेक्ट में लगा देता है. अगर वहां सिक्युरिटी गार्ड होते तो यह घटना नहीं घटती.

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