
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाद अब ठक ठक गिरोह ने नोएडा में भी दस्तक दे दी है. पिछले एक महीने में यह गिरोह दो दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुका है. इसके बाद नोएडा पुलिस ने इनको पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई है. करीब हफ्ते की मेहनत के बाद पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है.
बताया जा रहा है कि कुख्यात ठक ठक गिरोह के बदमाश बड़े ही शातिर और पक्के निशानेबाज होते हैं. क्राइम करने का इनका तरीका भी अलग होता है. सबसे पहले ये अपना टारगेट सेट करते हैं. इनका टारगेट कोई भी ऐसी कार होती है, जिसमें बैग रखा हो. खासकर वो कार, जिसके अंदर लैपटॉप बैग हो और चालक अकेला हो. इसके अलावा यह गिरोह ऐसे लोगों को भी निशाना बनाता है, जिनके पास कैश हो.
ऐसे वारदात को अंजाम देता है यह गिरोह
ठक ठक गिरोह के वारदात को अंजाम देने का अंदाज भी बेहद खास है. इस गिरोह का दूर बैठा कोई सदस्य पहले गुलेल से निशाना लगाकर कार का शीशा तोड़ देता है और फिर जब किसी का कार की तरफ ध्यान नहीं जाता है, तो नजदीक मौजूद इनके गिरोह का दूसरा सदस्य कार से बैग उड़ा देता.
दूसरे तरीके में अगर कोई शख्स अकेला बैठा है, तो उसके कार के सामने 10 और 20 के नोट बिखरा देते हैं. इसके बाद गिरोह का एक सदस्य कार वाले के पास आकर पैसों को उठाने के लिए कहता कि उसका पैसा गिरा है. फिर जैसे ही कार में बैठा शख्स रुपयों को उठाने के लिए कार से बाहर निकलता, तो इनके घात लगाए साथी कार से बैग उड़ा देते हैं.
नोएडा पुलिस की नाक में कर रखा है दम
इस गैंग ने नोएडा पुलिस और यहां के लोगों के नाक में पिछले एक महीने से दम कर रखा है. पुलिस की टीम ने इस गैंग के दो बदमाशों को रंगे हाथों सेक्टर-58 के इलाके में उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वो कार का शीशा तोड़कर लैपटॉप चोरी करके भाग रहे थे. पूछताछ में दोनों ने अपना नाम संजय और विनेश बताया है. साथ ही ये भी बताया कि गैंग में कुल सात लोग शामिल हैं. अब पुलिस गिरोह के बाकी पांच सदस्यों की तलाश में जुटी है. पुलिस ने इन दोनों के पास से दो तमंचे, चार लैपटॉप, गुलेल, छर्रे और एक कार बरामद की है.
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं गिरोह के सदस्य
इस गिरोह के लोग मूल रूप से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं और शुरू से ही दिल्ली के मदन गिरी में रहते हैं. सुबह के वक्त ये लोग एरिया तय कर लेते हैं और दो या तीन की संख्या में ग्रुप बनाकर निकल पड़ते हैं. कई जगह ये चोर मिर्ची स्प्रे का भी इस्तेमाल कर घटना को अंजाम देते हैं और पब्लिक से घिरने की स्थिति से निपटने के लिए अपने पास तमंचे भी रखते हैं.