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कुख्यात नक्सली दंपति ने किया सरेंडर, सैकड़ों जवानों की हत्या का आरोप

छत्तीसगढ़ में कुख्यात नक्सली जित्तू सबलम ने अपनी पत्नी सपक पोज्जे के साथ आत्मसमर्पण किया है. इसके चलते नक्सली आंदोलन को तगड़ा झटका लगा है. दोनों माओवादी दंपत्ति नक्सलियों के मिलिट्री बटालियन के सेक्शन कमांडर थे. दोनों ने कोई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया था.

कुख्यात नक्सली जित्तू सबलम और उसकी पत्नी सपक पोज्जे कुख्यात नक्सली जित्तू सबलम और उसकी पत्नी सपक पोज्जे
मुकेश कुमार/सुनील नामदेव
  • रायपुर,
  • 22 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:09 PM IST

छत्तीसगढ़ में कुख्यात नक्सली जित्तू सबलम ने अपनी पत्नी सपक पोज्जे के साथ आत्मसमर्पण किया है. इसके चलते नक्सली आंदोलन को तगड़ा झटका लगा है. दोनों माओवादी दंपत्ति नक्सलियों के मिलिट्री बटालियन के सेक्शन कमांडर थे. दंपति ने कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया था. इसमें अप्रैल 2010 में दंतेवाड़ा का ताड़मेटला कांड प्रमुख है, जिसमें CRPF के 76 जवान शहीद हुए थे. इन दोनों ने दो दर्जन से अधिक जवानों को मौत के घाट उतारा है.

छत्तीसगढ़ के पुलिस मुख्यालय में नक्सल ऑपरेशन के DGP और राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक के सामने दोनों ही कुख्यात नक्सली जित्तू सबलम उर्फ जितरू और उसकी पत्नी सबका पोज्जे पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. दोनों ने अपने हथियार भी पुलिस को सौंप दिए हैं. करीब 10 वर्षों तक इस नक्सली दंपत्ति ने छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है. अब मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला किया है.

इन वारदातों को दिया था अंजाम

  • 10 अप्रैल 2010: ताड़मेटला थाना चिंतलनार बस्तर में CRPF पर हमला, 76 जवान शहीद, 79 हथियारों की लूट.
  • 24 दिसंबर 2014: कसलपाड़ थाना चिंतागुफा में CRPF पर हमला, 14 जवान शहीद, 11 हथियारों की लूट.
  • 29 अगस्त, 2007: छत्तीसगढ़ पुलिस पर हमला, एक इंस्पेक्टर सहित 12 पुलिसकर्मी शहीद, 14 हथियारों की लूट.
  • 7 अक्टूबर, 2007: थाना गोलापल्ली मे CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस पर हमला, 12 जवान शहीद, 12 हथियारों की लूट.
  • 31 अगस्त, 2008: थाना पामेड़ में छत्तीसगढ़ पुलिस की रोड ओपनिंग पार्टी पर हमला, 12 जवान शहीद, 11 हथियार लुटे.

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