
नाम- सैयद मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन
जन्म- 18 फरवरी 1946
जन्मस्थान- बड़गाम, जम्मू कश्मीर, भारत
पत्नी का नाम- नफीसा
बच्चे- 5 पुत्र और दो पुत्रीकाम- कश्मीर को आजाद कराने के मिशन
संगठन- हिज्ब-उल-मुजाहिदीन
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आरोप-
भारत विरोधी गतिविधियां
कश्मीर में आतंकी गतिविधियां
काले कारनामें-
सैयद मोहम्मद यूसुफ शाह को सैयद सलाहुद्दीन के नाम से ही जाना जाता है. उसका मकसद कश्मीर को आजाद कराना है. सलाउद्दीन ने पिछले साल धमकी दी थी कि वह जम्मू-कश्मीर को भारतीय सैनिकों की कब्रगाह बना देगा. भारत पिछले कुछ समय से इसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने में जुटा था.
सलाउद्दीन कैसा बना आतंक का सरगना
उसके पिता भारतीय डाक विभाग में काम करते थे. अपने अपने परिवार में सातवीं संतान है. पहले उसने मेडिसिन की पढ़ाई की लेकिन वह सिविल सर्विस में जाना चाहता था. बाद में उसका रुझान जमात-ए-इस्लामी संगठन की तरफ हो गया और वह उस संगठन के लिए कश्मीर में काम करने लगा. बाद में 1987 में उसने श्रीनगर की अमीराकदल विधान सभा सीट से चुनाव लड़ा. लेकिन मतगणना के दौरान वह जीत रहा था लेकिन उसी वक्त उस पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
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उसके गिरफ्तार हो जाने के बाद वहां जमकर हंगामा हुआ. उसके बाद सलाहुद्दीन को धमकियां दिए जाने की बात सामने आई. लेकिन जेल से छूटकर आने के बाद उसने ऐलान किया कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए बंदूक का सहारा लेना ही सही होगा. इसके बाद सलाहुद्दीन ने हिज्ब-उल-मुजाहिदीन की सदस्यता ले ली. उसके बाद वह आईएसआई के संपर्क में आ गया. पाक खुफिया एजेंसी के इशारे पर ही वो संगठन का मुखिया बन बैठा. तभी से वह भारत के खिलाफ साजिश रचता रहता है. एनआईए ने उसे मोस्ट वॉन्टेड घोषित कर रखा है.